दुबई। महेंद्र सिंह धोनी लगभग दो साल पहले कप्तानी छोड़ने के बाद मंगलवार को यहां एशिया कप में अफगानिस्तान के खिलाफ वनडे मैच में कप्तान के रूप में उतरने के साथ ही 200 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में कप्तानी करने वाले पहले भारतीय बने।
छह दिन में चार मैच खेलने के बाद कप्तान रोहित शर्मा और उप कप्तान शिखर धवन को आराम दिया गया जिसके बाद भारत के सबसे सफल कप्तान धोनी मैच रैफरी एंडी पाइक्राफ्ट और अफगनिस्तान के कप्तान असगर अफगान के साथ टॉस के लिए उतरे।
धोनी ने कभी अपने करियर में आंकड़ों को तरजीह नहीं दी। उन्होंने 90 टेस्ट खेलने के बाद खेल के लंबे प्रारूप को अलविदा कहा जबकि वह 100 टेस्ट के उपलब्धि हासिल कर सकते थे।
उन्होंने जनवरी 2017 में जब वनडे टीम की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया तो उनके प्रशंसक अधिक हैरान नहीं थे। धोनी के पास हालांकि भारत के लिए 200 एकदिवसीय मैचों में कप्तानी करने का मौका था।
टॉस के समय रसेल आर्नोल्ड के सवाल का जवाब देते हुए धोनी ने कहा, मैंने 199 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में कप्तानी की है इसलिए यह मुझे 200 करने का मौका देता है। यह किस्मत है और मैंने हमेशा किस्मत पर यकीन किया है।
जब यह पूछा गया कि क्या उन्होंने कभी सोचा था कि वे 200 मैचों में कप्तानी कर पाएंगे तो धोनी ने कहा, एक बार कप्तानी छोड़ने के बाद यह मेरे नियंत्रण में नहीं है।
सुनील गावस्कर ने इस दौरान प्रतिक्रिया देते हुए कहा, शत प्रतिशत वह सबसे लोकप्रिय भारतीय कप्तान है। अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मैचों में धोनी से अधिक मैचों में कप्तानी ऑस्ट्रेलिया और आईसीसी के लिए रिकी पोंटिंग (230) और न्यूजीलैंड के लिए स्टीफन फ्लेमिंग (218) ने ही की है। धोनी की अगुआई में भारत ने 110 मैच जीते हैं और वह सर्वाधिक जीत के मामले में पोंटिंग (165) के बाद दूसरे स्थान पर हैं।