गौतम गंभीर की अगुवाई वाले भारतीय टीम प्रबंधन के पास श्रीलंका के खिलाफ शुक्रवार से शुरू होने वाली तीन मैच की एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट श्रृंखला में यह फैसला करने का मौका होगा कि केएल राहुल और ऋषभ पंत में से कौन वनडे क्रिकेट में भारत का लंबे समय तक विकेटकीपर बल्लेबाज होगा।
इस श्रृंखला में कप्तान रोहित शर्मा और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली पर भी निगाहें टिकी रहेगी जो टी20 विश्व कप में जीत के बाद पहली बार कोई मैच खेलेंगे।
भारतीय टीम प्रबंधन बाहर चल रही चर्चाओं पर ध्यान दिए बिना उचित टीम संयोजन तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करेगा क्योंकि इस सत्र में चैंपियंस ट्राफी सहित कुछ महत्वपूर्ण वनडे प्रतियोगिताएं होनी हैं।
इस संदर्भ में राहुल बनाम ऋषभ का मसला निश्चित तौर पर प्राथमिकता में होगा।
पंत के चोट से उबरकर वापसी करने से पहले राहुल ने विकेटकीपर बल्लेबाज की भूमिका अच्छी तरह से निभाई थी। उन्होंने विकेट के आगे और विकेट के पीछे अच्छा प्रदर्शन किया था। राहुल द्रविड़ के नेतृत्व वाले पिछले टीम प्रबंधन ने उन पर पूरा भरोसा दिखाया था।
लेकिन अब जबकि पंत की वापसी हो गई है तो यह देखना दिलचस्प होगा कि गंभीर बाएं हाथ के इस बल्लेबाज को प्राथमिकता देते हैं या पिछले टीम प्रबंधन की तरह राहुल पर ही विश्वास बनाए रखते हैं।
अगर गंभीर और कप्तान रोहित इन दोनों बल्लेबाजों को अंतिम एकादश में बनाए रखने का फैसला करते हैं तो तब उन्हें इस पर विचार करना होगा कि श्रेयस अय्यर को कैसे टीम में फिट किया जाए जो 50 ओवरों की क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं।
इस तरह से देखा जाए तो भारतीय बल्लेबाजी क्रम में दो स्थान के लिए राहुल, पंत और अय्यर के बीच मुकाबला है। अगर भारत इन तीनों को टीम में रखता है तो फिर उसे पांच गेंदबाजों के साथ उतरना होगा।
भारत हालांकि इस तरह का जोखिम नहीं उठाना चाहेगा क्योंकि हार्दिक पंड्या निजी कारणों से इस श्रृंखला में नहीं खेल रहे हैं। भारत नंबर छह बल्लेबाज के रूप में शिवम दुबे या रियान पराग में से किसी को मौका दे सकता है।
इसमें पराग का पलड़ा भारी लग रहा है क्योंकि उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ हाल में समाप्त हुई टी20 श्रृंखला में गेंदबाज की भूमिका भी निभाई थी। असम के इस खिलाड़ी ने 50 ओवरों की घरेलू प्रतियोगिता देवघर ट्रॉफी में भी अच्छा प्रदर्शन किया था।
दूसरी तरफ पांच साल पहले वनडे मैच खेलने वाले दुबे ने श्रीलंका के खिलाफ टी20 श्रृंखला में केवल एक मैच खेला और उसमें भी उन्होंने गेंदबाजी नहीं की।
गंभीर इसके अलावा रोहित और कोहली के प्रदर्शन पर भी निगाह बनाए रखेंगे क्योंकि उन्होंने 2017 में होने वाले वनडे विश्व कप के लिए टीम तैयार करनी है। इन दोनों खिलाड़ियों ने पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व कप फाइनल के बाद कोई वनडे मैच नहीं खेला है और वह 50 ओवरों के प्रारूप में शानदार वापसी करने के लिए बेताब होंगे।
दूसरी तरफ श्रीलंका की टीम में अनुभव और युवा का मिश्रण है। अगर उसने भारत के सामने चुनौती पेश करनी है तो उसके बल्लेबाजों को अच्छा प्रदर्शन करना होगा। टी20 श्रृंखला में उसके मध्यक्रम के बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए थे।(भाषा)