टी-20 विश्वकप से ठीक पहले विराट कोहली ने टी-20 मैचों की कप्तानी छोड़ने का मन बना लिया था। टीम का प्रदर्शन भी टी-20 विश्वकप में अच्छा नहीं रहा और टीम इंडिया सेमीफाइनल में भी जगह नहीं बना पायी।
टी-20 में कप्तानी को अलविदा कह देने के बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि जल्द ही विराट कोहली को वनडे की कप्तानी से भी विदा लेना पड़ सकता है। इसकी वजह यह थी कि टीम रेड बॉल क्रिकेट का एक कप्तान चाहती थी और वाइट बॉल क्रिकेट का दूसरा कप्तान चाहती थी।
इसके अलावा टीम को वनडे विश्वकप 2023 की भी तैयारी करनी थी। वनडे विश्वकप से पहले भारत को यहां से सिर्फ 13 वनडे मिले हैं। जिसमें से 3 आगामी दक्षिण अफ्रीका दौरे में शामिल है।
विराट कोहली अब सिर्फ टेस्ट के कप्तान रह गए हैं। वैसे भी विराट कोहली टेस्ट की कप्तानी में आए दिन नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। वह सर्वकालिक टेस्ट कप्तानों में चौथे सबसे सफल कप्तान हैं।
हालांकि विराट कोहली को जिस फॉर्मेट के जरिए सबसे ज्यादा वाहवाही मिली अब उस ही फॉर्मेट की कप्तानी विराट को छोड़नी पड़ेगी। विराट कोहली का बतौर वनडे कप्तान रिकॉर्ड भी औसत से बेहतर रहा है।
विराट कोहली का वनडे मैचों में जीत प्रतिशत इतना खराब नहीं है लेकिन एक बेहतरीन बल्लेबाज होने के साथ कप्तान कोहली के हाथ कोई आईसीसी ट्रॉफी नहीं लगी इसका उनके फैंस को बहुत दुख है।
बतौर कप्तान विराट कोहली को आईसीसी ट्रॉफी जीतने के 3 मौके मिले थे। साल 2017 में आईसीसी चैंपियन्स ट्रॉफी के फाइनल में टीम इंडिया को पाकिस्तान के हाथों 180 रनों से बड़ी हार का सामना करना पड़ा तो आईसीसी वनडे विश्वकप 2019 के सेमीफाइनल में टीम न्यूजीलैंड के हाथों 18 रनों से हार बैठी।
इसके अलावा टी-20 विश्वकप 2021 में तो भारत पाकिस्तान और न्यूजीलैंड से हारकर सेमीफाइनल की दौड़ से ही बाहर हो गया था।
एशिया कप भी नहीं जितवा पाए विराट कोहली
इसके अलावा विराट कोहली की अगुवाई में भारतीय टीम एशिया कप जैसे मल्टीनेशनल टूर्नामेंट भी नहीं जीता। साल 2016 में हुआ एशिया कप महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में खेला गया। इसके बाद साल 2018 में विराट कोहली ने आराम लिया और रोहित शर्मा को एशिया कप में भारत का कप्तान बनाया गया।