भारतीय कप्तान विराट कोहली ने पहले टी-20 से एक दिन पहले कहा था कि रोहित शर्मा, केएल राहुल और शिखर धवन एक साथ नहीं खेल सकते क्योंकि तीन सलामी बल्लेबाज के साथ टी-20 मैच में नहीं उतरा जा सकता। मीडिया को लगा कि यह कोहली का इशारा है कि केएल राहुल ही रोहित शर्मा के साथ सलामी बल्लेबाजी करेंगे।
लेकिन जैसे ही टॉस हुआ और कोहली ने अंतिम ग्यारह की टीम बताई सभी फैंस ने दांतो तले उंगलियां दबा लीं। कोहली ने धवन को खिलाने के लिए रोहित शर्मा को ही पहले टी-20 से ड्रॉप कर दिया। कोहली के इस कदम की आलोचना हुई और पहले टी-20 में खराब शुरुआत भी मिली।
लेकिन कोहली हैं कि मानने को तैयार नहीं है। सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि विराट कोहली रोहित शर्मा को दूसरे टी-20 मैच से भी बाहर रख सकते हैं। इंग्लैंड जैसी नंबर 1 टी-20 टीम के खिलाफ रोहित को ना खेलना सीरीज गंवाने जैसा निर्णय हो सकते हाे। लेकिन विराट के मन में क्या चल रहा है कोई नहीं जान सकता।
पहले टी-20 की हार के बाद लगा था विराट कोहली दूसरे टी-20 में रोहित शर्मा को मौका देंगे लेकिन अब रोहित अंतिम 3 टी-20 में ही खेलते हुए दिख सकेंगे।ऑस्ट्रेलिया दौरे पर शिखर धवन और केएल राहुल ने ही भारत की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंतिम टी-20 सीरीज में ओपनिंग की जिम्मदारी निभाते हुए दिखे थे। लेकिन रोहित के फिट होने के बाद यह अंदेशा था कि यह जोड़ी टूटेगी, लेकिन कप्तान कोहली बाएं और दाएं हाथ के इस अस्थायी सलामी जोड़ी के साथ ही खुश दिख रहे हैं।
इसके पीछे यह कारण हो सकता है।
विश्वकप 2021 की तैयारी, टी-20सीरीज पर भारी
कप्तान कोहली इंग्लैंड से हो रही मौजूदा सीरीज से ज्यादा टी-20 विश्वकप 2021 की तैयारियों को ज्यादा महत्व दे रहे हैं। वह चाहते हैं कि धवन भी अक्टूबर नवंबर में होने वाले विश्वकप से पहले फॉर्म में आ जाए इसलिए धवन को बल्लेबाजी करने का ज्यादा मौका दे रहे हैं।
इसकी झलकियों श्रेयस अय्यर के बयान से ही मिल गई थी। जिन्होंने मैच के बाद कहा कि एक हार से टीम की बल्लेबाजी की अप्रोच नहीं बदलने वाली है। विश्वकप की तैयारियों के बीच अगर टीम इंडिया को घर में ही टी-20 सीरीज में हार का सामना करना पड़ा तो यह टीम के आत्म विश्वास के लिए बहुत हानिकारक साबित होगा।
क्या इंग्लैंड की ही गलती कर रहे हैं कोहली
गौरतलब है कि इंग्लैंड ने रोटेशन पॉलिसी के चलते पूरी टेस्ट सीरीज गंवा दी थी। अगर इंग्लैंड के मोइन अली और जॉस बटलर पूरी सीरीज खेलते तो शायद सीरीज ड्रॉ भी हो सकती थी। बहरहाल ऐसा लग रहा है कि यह रोटेशन पॉलिसी की गलती अब विराट कोहली भी दोहरा रहे हैं। रोहित शर्मा ने तो हाल में ही इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैचों में 300 से ज्यादा रन बनाए हैं तो उन्हे टी-20 में कम मौके देना समझ से परे है। टी-20 और वनडे क्रिकेट के रोहित शर्मा स्पेशलिस्ट सलामी बल्लेबाज हैं।
ऐसा न हो जब तक रोहित शर्मा तीसरे टी-20 में टीम से जुड़े तब तक भारत इंग्लैंड से सीरीज हाथ से गंवाने के मुहाने पर खड़ा हो। (वेबदुनिया डेस्क)