नई दिल्ली। भारतीय खिलाड़ियों के विश्व कप से ठीक पहले इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने से उन पर पड़ रहा काम का बोझ चर्चा का विषय बना हुआ है लेकिन भारतीय कप्तान विराट कोहली ने यह फैसला अपने साथियों पर छोड़ दिया है कि उन्हें इस टी20 टूर्नामेंट में कितने मैच खेलने हैं और कितने नहीं।
आईपीएल 23 मार्च से शुरू हो जाएगा और इसके समापन के तुरंत बाद भारतीय टीम को इंग्लैंड रवाना होना है जहां 30 मई से विश्व कप खेला जाएगा। चयन समिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद पहले ही कह चुके हैं कि खिलाड़ियों पर पड़ रहे काम के बोझ को लेकर फ्रेंचाइजी से बात की गई है, लेकिन कोहली ने कहा कि अपने कार्यभार को व्यवस्थित करना खिलाड़ी का काम है।
कोहली ने कहा, 'हमने खिलाड़ी को पूरी बुद्धिमता से काम लेने और फ्रेंचाइजी प्रबंधन को सूचित करने की जिम्मेदारी दी है। वे हमारे फिजियो पैट्रिक फरहार्ट के संपर्क में रहेंगे। विश्व कप के लिए सभी चीजों पर निगरानी रखी जाएगी और इसमें कार्यभार भी शामिल है।'
उन्होंने कहा, 'हम कोई ऐसा समय बताएंगे जहां खिलाड़ी विश्राम कर सकता है। वे निश्चित तौर पर इस मौके का फायदा उठाएंगे। विश्व कप चार साल में एक बार आता है और आईपीएल हर साल होता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम टूर्नामेंट में खेलने को लेकर प्रतिबद्ध नहीं हैं। हमें चतुर बनना होगा और अच्छे फैसले करने होंगे। इसकी जिम्मेदारी खिलाड़ी पर होगी। किसी को भी कोई निर्णय लेने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा।'
कोहली ने हालांकि इसके साथ ही कहा कि भारतीय टीम के लिए यह सत्र काफी व्यस्त रहा लेकिन टीम आत्मविश्वास से भरी है और खिलाड़ी आईपीएल का लुत्फ लेने के हकदार हैं।
उन्होंने कहा, 'लंबे समय तक खेलते रहने का असर पड़ता है। मैं इसके बहाना नहीं मान रहा हूं क्योंकि एक टीम के रूप में आप जो भी मैच खेलते हो उसमें आप से जीत की उम्मीद की जाती है। जब लंबा सत्र होता है तो आप उस पर विचार करते हैं। यह काफी व्यस्त सत्र रहा।'
भारतीय कप्तान ने कहा, 'हमने जिस तरह की क्रिकेट खेली उससे हम खुश हैं। जिस तरह से खिलाड़ियों ने अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया उस पर हमें खुशी है। हम जिस आत्मविश्वास को लेकर आगे बढ़े वह देखना अच्छा रहा। इस लिहाज से हम आईपीएल का लुत्फ उठाने के हकदार हैं।' (भाषा)