सभी जानते हैं कि यदि रवि शास्त्री को दूसरी बार भारतीय क्रिकेट टीम के चीफ कोच की कुर्सी मिली है, वह कप्तान विराट कोहली की बदौलत है। इन दोनों की इसलिए भी ट्यूनिंग है क्योंकि दोनों ही खुले विचारों के हैं। शास्त्री ने मंगलवार के दिन विराट की तुलना जब महान बल्लेबाज विवियन रिचर्ड्स और इमरान खान से कर डाली तो क्रिकेट बिरादरी कुछ देर के लिए सन्न रह गई।
पहले यह पढ़े कि शास्त्री ने क्या बोला : कप्तान विराट के प्रशंसक माने जाने वाले शास्त्री ने एक बार फिर तारीफ करते हुए उनकी तुलना वेस्टइंडीज के महान खिलाड़ी सर विवियन रिचर्ड्स और पूर्व पाकिस्तानी कप्तान इमरान खान से की। उन्होंने कहा कि विराट उन महान खिलाड़ियों में शामिल हैं जो विरोधी टीम को करारा जवाब देना जानते हैं। वह हावी होकर खेलना चाहते हैं और काम को लेकर उनकी तरह की प्रतिबद्धता वाला दूसरा कोई खिलाड़ी नहीं है। मुझे लगता है भारत भाग्यशाली है कि उनके पास ऐसा कप्तान है। वह मुझे इस मामले में इमरान खान की याद दिलाता है।
सर विवियन रिचर्ड्स और पाकिस्तान को विश्व कप दिलाने वाले इमरान खान अपने जमाने के धाकड़ बल्लेबाज और कप्तान रहे हैं। ऑलराउंडर रिचर्ड्स ने वेस्टइंडीज के लिए 121 टेस्ट में 8540 रन (उच्चतम 291), 187 वनडे मैचों में 6721 रन (उच्चतम 189) बनाए हैं। यही नहीं, टेस्ट में उन्होंने 32 और वनडे में 118 विकेट भी अपने नाम किए हैं।
दूसरी तरफ इमरान खान ने 88 टेस्ट मैचों में 3807 रन (उच्चतम 136) और 175 वनडे मैचों में 3709 रन (उच्चतम 102) बनाए। टेस्ट मैचों में इमरान ने 362 और वनडे में 182 विकेट झटके हैं।
विराट कोहली ने 77 टेस्ट मैचों में 6613 रन (उच्चतम 243) और 222 टेस्ट मैचों में 10533 रन (उच्चतम 183) बनाए। भारतीय कप्तान ने टेस्ट मैचों में कोई विकेट हासिल नहीं किया और वनडे में 4 विकेट प्राप्त किए।
यदि आप क्रिकेट इतिहास के पन्ने पलटे तो पाते हैं कि विवियन रिचर्ड्स और इमरान खान के वक्त में दुनिया की दीगर टीमों के पास ऐसा खतरनाक गेंदबाजी आक्रमण था, जो विराट के दौर में कहीं नजर नहीं आता। इसमें कोई शक नहीं कि विराट अपनी बल्लेबाजी से भारतीय क्रिकेट इतिहास के नए अध्याय लिख रहे हैं लेकिन उनकी तुलना रिचर्ड्स और इमरान से की जाना बेमानी ही मानी जाएगी।
रिचर्ड्स क्रिकेट के बादशाह : विव रिचर्ड्स जब भी मैदान पर आते थे तो लगता था कि क्रिकेट का बादशाह आ गया। उनका ग्रेस देखते ही बनता था और वे बेखौफ बल्लेबाजी किया करते थे। लगता है कि शास्त्री ने विराट की बल्लेबाजी की तुलना क्रिकेट के बादशाह से की है जबकि कप्तानी के लिए उन्होंने इमरान से तुलना की। हालांकि विराट को इमरान बनने में वक्त लगेगा क्योंकि पाकिस्तान का यह पूर्व कप्तान इंग्लैंड को इंग्लैंड में और भारत को भारत में हराने का कारनामा कर चुका है।
दुनिया के श्रेष्ठ गेंदबाजों का आतंक : रिचर्ड्स और इमरान के वक्त के गेंदबाजों में इयान बॉथम, बॉब विलिस, जॉन एम्बुरी (इंग्लैंड), डेनिस लिली, जैफ थॉमसन, क्रैग मैकडरमोट (ऑस्ट्रेलिया), रिचर्ड हैडली, इयान चैटफील्ड (न्यूजीलैंड), वसीम अकरम, सरफराज नवाज और स्पिनर अब्दुल कादिर (पाकिस्तान) अपने जौहर दिखलाने में विख्यात रहे हैं।
तब पिचें तेज होती थी और साधन भी नहीं थे : इमरान और रिचर्ड्स के वक्त को याद करें तो पिचें भी तेज हुआ करती थी और आज की तरह विकेट को ढकने के साधन भी कम ही हुआ करते थे। यही कारण है कि पिच में नमीं घुस जाया करती थी। गेंदबाज को भी पूरी तरह आजादी थी और बाउंसर डालने की बंदिश भी नहीं हुआ करती थी। यही नहीं, तब बल्लेबाज की सुरक्षा के तामझाम भी कम ही हुआ करते थे। यहां तक कि आईसीसी के नियम भी सख्त नहीं थे।
विराट की मेहनत को नकार नहीं सकते : एमएस धोनी से कप्तानी ग्रहण करने के बाद विराट ने बेशक टीम इंडिया के लिए मेहनत की है, जिसे नकारा नहीं जा सकता। ऑस्ट्रेलिया को ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट और वनडे सीरीज ( 2-1) से हराने के बाद टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड में 4-1 से वनडे सीरीज पर कब्जा जमाया।
विराट भी नकार देंगे : विराट को अभी लंबा सफर तय करना है। शास्त्री भले ही उनकी तुलना दो महान क्रिकेटरों से कर दें लेकिन खुद विराट से पूछा जाए तो वे कभी नहीं चाहेंगे कि उन्हें सर विवियन रिचर्ड्स और महान ऑलराउंडर इमरान खान के समक्ष रखा जाए...