केपटाउन। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि मौजूदा टीम एक संतुलित टीम है और वह दक्षिण अफ्रीका में पहली बार टेस्ट सीरीज जीतकर पिछले 25 वर्षों का सूखा खत्म करना चाहेगी। भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी के बाद वर्ष 1992-93 में वहां का दौरा करने वाली पहली टीम थी और तब उसने चार मैचों की सीरीज़ 0-1 से गंवाई थी।
इसके बाद से भारत ने दक्षिण अफ्रीका में एक भी टेस्ट सीरीज नहीं जीती है। भारत को मेजबान दक्षिण अफ्रीका के साथ 5 जनवरी से यहां पहला टेस्ट मैच खेलना है। विश्व की नंबर एक टेस्ट टीम के कप्तान विराट ने दक्षिण अफ्रीका दौरे के अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में शनिवार को कहा कि यहां हमारा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन साल 2010-11 में रहा था जब हमने तीन मैचों की सीरीज़ 1-1 से ड्रॉ खेला था, लेकिन मुझे लगता है कि इस बार जिस प्रकार की हमारी गेंदबाजी आक्रमण और एक संतुलित टीम है, उससे हम यहां निश्चित रूप से जीत सकते हैं। इसे लेकर कोई दो राय नहीं है।
कप्तान ने साथ ही कहा कि हम यहां खुद को साबित करने के लिए आए हैं। हमें अपनी क्षमता पर पूरा विश्वास है और हमें पता है कि हमारे पास एक ऐसी संतुलित टीम है जो किसी भी परिस्थितियों में टेस्ट मैच जीत सकती है।" भारत ने दक्षिण अफ्रीका में वर्ष 1996-97 में तीन मैचों की सीरीज़ में फिर 0-2 से शिकस्त झेली।
वर्ष 2001-02 में वे दो मैचों की सीरीज़ में 0-1 से, 2006-07 में तीन मैचों की सीरीज़ में 1-2 से पराजित रही। वर्ष 2010-11 में तीन मैचों की सीरीज़ में उसने 1-1 से ड्रॉ खेला जबकि वर्ष 2013-14 में दक्षिण अफ्रीका के अपने आखिरी दौरे में भारतीय टीम दो मैचों की सीरीज़ में 0-1 से पराजित रही। विराट ने कहा कि हमारे लिए अच्छा क्रिकेट खेलने का यह एक शानदार मौका है।
दक्षिण अफ्रीका में गुजरे अपने पुराने इतिहास के बारे में हम नहीं सोच रहे हैं। हम प्रत्येक सत्र में जीत पर अपना ध्यान लगा रहे हैं और अपनी रणनीतियों को सही तरीके से अमल में लाने पर काम कर रहे हैं। मौजूदा समय में आप क्या कर रहे हैं और क्या हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं, इसी का नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट है। पिछले कुछ वर्षों में भारत का टेस्ट में शानदार प्रदर्शन रहा है इसी कारण वह इस समय आईसीसी टेस्ट टीम रैंकिंग में विश्व की नंबर एक टीम है।
इसके अलावा भारत ने लगातार नौ टेस्ट सीरीज जीते हैं जोकि एक रिकॉर्ड है। भारत ने वर्ष 1992 के बाद से दक्षिण अफ्रीका में अब तक 17 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उसने दो मैच जीते हैं और आठ हारे हैं जबकि सात मैच ड्रॉ रहे हैं, लेकिन भारत ने अपने घरेलू दौरे में न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसी बड़ी टीमों को हराया है और अब विराट के नेतृत्व में भारतीय टीम अपनी रिकार्ड 10वीं टेस्ट सीरीज जीत के लक्ष्य के साथ यहां मैदान में उतरेगी।
विश्व के दूसरे नंबर के टेस्ट बल्लेबाज विराट ने कहा कि हम यहां यह सोचकर आए हैं कि यहां कि विकेटें घरेलू विकेटों से अलग होगी और हम इसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं। इस बीच दक्षिण अफ्रीका ने क्यूरेटरों से तेज और उछाल भरी पिच तैयार करने को कहा है और पिच पर घास छोड़ने को भी कहा है ताकि उसके तेज गेंदबाजों को घरेलू परिस्थितियों का फायदा मिल सके।
केपटाउन के सेंट जॉर्ज पार्क की पिच आमतौर पर धीमी और सपाट रहती है। कप्तान ने कहा कि सबसे अहम चीज यह है कि हम यहां की गति और उछाल से डरने वाले नहीं है। हमारा पूरा ध्यान गेंद दर गेंद पर रहेगा। हमने ऐसा ही कुछ पिछली बार भी किया था।
कप्तान ने कहा कि आपको अपनी ताकत पर विश्वास करना होगा और उसी हिसाब से गेंद का सामना करना होगा। इन परिस्थितियों में खेलने का यही सबसे बड़ा मंत्र है। भारत को इस दौरे में तीन टेस्ट, छह वन-डे और तीन टी-20 मैचों की सीरीज़ खेलनी है और दो महीने के इस लंबे विदेशी दौरे से पहले उसकी कोई तैयारी नहीं है। (वार्ता)