मोबाइल, इंटरनेट अधिकार की बोली 2 करोड़!

शुक्रवार, 9 सितम्बर 2011 (01:16 IST)
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भारतीय क्रिकेट के जब बुरे दिन चल रहे होते हैं तो सब कुछ बुरा ही बुरा होता चला जाता है। कहते हैं ना मुसीबत अकेले नहीं आती, अपने नाती ‍रिश्तेदारों को संग लेकर आती है। ऐसा ही कुछ हाल इन दिनों भारतीय क्रिकेट बोर्ड का हो रहा है।

इंग्लैंड में टीम की बुरी गत हो रही है, एबास्टाक्रिकेटघायहोकलौरहहैं, पूर्क्रिकेटहंसउड़रहहैं, अखबारों में खासी भद पिट रही है और चयनकर्ता भी ‍अपनजिम्मेदारपल्ला झाड़ने में लगे हुए हैं। यही नहीं, टीम इंडिया के खराब प्रदर्शन से बोर्ड को भी आर्थिक नुकसान होना शुरू हो गया है।

पिछले दिनों भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने अक्टूबर 2011 से मार्च 2014 के बीच खेले जानी वाली अंतरराष्ट्रीय तथा घरेलू प्रतियोगिताओं (टेस्ट, एकदिवसीय और ट्वेंटी-20) के मोबाइल तथा इंटरनेट अधिकारों के लिए बोली आमंत्रित की थी।

इस बोली का आधार मूल्य 3 करोड़ रुपए रखा था और बोर्ड को उम्मीद थी कि इस बोली से उसे 240 करोड़ की कमाई होगी लेकिन आप यह जानकार हैरत में पड़ जाएंगे कि ढेरों कंपनियां तो छोड़िए, बोली के लिए केवल एक कंपनी सामने आई, जिसने केवल 2 करोड़ की बोली लगाई। यह बोली आधार मूल्य से भी एक करोड़ कम है। 2 करोड़ की बोली का आंकड़ा एनडीटीवी ने उपलब्ध करवाया है।

अब यह भी जान लीजिए कि अक्टूबर 2011 से मार्च 2014 के बीच क्या-क्या होने वाला है। बोर्ड 17 टेस्ट मैच, 29 वनडे और दो ट्वेंटी-20 मैचों की मेजबानी करेगा।

टेस्ट मैचों में अगले साल मार्च अप्रैल में चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ होने वाली श्रृंखला भी शामिल है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड इस साल अक्टूबर से अक्टूबर 2013 तक ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी बड़ी टीमों की चार-चार टेस्ट, सात-सात वनडे और एक एक ट्वेंटी-20 में मेजबानी करेगा।

इतने व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद कंपनियों ने भारत पर दांव खेलना इसलिए जरूरी नहीं समझा क्योंकि वह इंग्लैंड सिरीज में टीम इंडिया का हश्र देख ही रही हैं। (वेबदुनिया न्यूज)

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