सूरमा बल्लेबाजों पर भारी केपी, बेल

मंगलवार, 23 अगस्त 2011 (16:35 IST)
यदि राहुल द्रविड़ के 76.83 की औसत से बनाए गए 461 रन को हटा दिया जाए तो सचिन तेंडुलकर और वीवीएस लक्ष्मण सहित भारत के सात बल्लेबाज चार मैच की सिरीज में उतने रन भी नहीं बना पाए जितने इंग्लैंड के केविन पीटरसन और इयान बेल के बल्लों से निकले।

बल्लेबाजों के प्रदर्शन में यह अंतर परिणाम में भी साफ दिखा और भारत सिरीज में 0-4 से हारकर आईसीसी रैंकिंग में तीसरे स्थान पर खिसक गया।

पीटरसन ने 106.60 की औसत से सिरीज में सर्वाधिक 533 रन बनाए, जबकि बेल 504 रन बनाकर दूसरे स्थान पर रहे। इस तरह इन दोनों ने मिलाकर 1057 रन बनाए। यदि भारत के बल्लेबाजों का प्रदर्शन देखा जाए तो तेंडुलकर के 273 रन, कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के 220, लक्ष्मण के 182 रन, सुरेश रैना के 105 रन, गौतम गंभीर के तीन मैच में 102 रन, अभिनव मुंकुद के दो मैच में 64 रन और वीरेंद्र सहवाग के दो मैच में 41 रन का जोड़ केवल 987 रन ही बैठता है। भारत के इन सभी बल्लेबाजों ने 35 से भी कम औसत से रन बनाए।

भारतीयों में द्रविड़ के बाद सबसे अच्छा औसत अमित मिश्रा का रहा जिन्होंने अंतिम टेस्ट की दूसरी पारी में 84 रन की जुझारू पारी खेली थी। मिश्रा ने दो मैच में 38.25 की औसत से 153 रन बनाए। भारतीय बल्लेबाजों ने सिरीज में कुल मिलाकर 1906 रन बनाए जिसका औसत 23.82 बनता है जबकि इसके विपरीत इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने 56.23 औसत से 2643 रन बनाए।

एजबेस्टन में 294 रन बनाकर सिरीज में सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारी खेलने वाले एलिस्टेयर कुक ने 348 रन बनाए और वह पीटरसन, बेल और द्रविड़ के बाद रन बनाने के मामले में चौथे स्थान पर रहे। इंग्लैंड की तरफ से सिरीज में तीन दोहरे शतक सहित सात शतक लगाए जबकि भारत की तरफ से केवल तीन शतक लगे और ये तीनों शतक द्रविड़ ने लगाए।

तेंडुलकर से सभी को उम्मीद थी कि वे इसी सिरीज में महाशतक पूरा करेंगे लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी। वह केवल दो अर्धशतक जड़ पाए और उनका उच्चतम स्कोर 91 रन रहा। लक्ष्मण भी इंग्लैंड की सरजमीं पर शतक लगाने का मौका चूक गए। रैना के लिए तो यह सिरीज बेहद निराशाजनक रही। वह आठ में से तीन पारियों में तो खाता ही नहीं खोल पाए। एक पारी में उन्होंने 78 रन बनाए, जबकि बाकी बची चार पारियों में वह 27 रन ही बना पाए। रैना अंतिम टेस्ट में जबकि सहवाग तीसरे टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शून्य पर आउट हुए थे।

गेंदबाजों में भारत की तरफ से प्रवीण कुमार ने तीन मैच में 15 विकेट हासिल किए लेकिन ईशांत शर्मा (11) एस श्रीसंत (8), अमित मिश्रा (3) और हरभजन सिंह (2) कुल मिलाकर 24 विकेट ही ले पाए। इंग्लैंड के तेज गेंदबाज ब्रॉड ने इन सभी के योग से अधिक 25 विकेट हासिल किए। उसके अन्य तेज गेंदबाजों में से जेम्स एंडरसन ने 21 और टिम ब्रिसनन ने 16 विकेट लिए जबकि ऑफ स्पिनर ग्रीम स्वान 13 विकेट लेने में सफल रहे। (भाषा)

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