मोदी के 'अति पिछड़ी जाति' के होने पर ट्विटर पर छिड़ी जुबानी जंग में कूदते हुए जेटली ने दावा किया किप्रधानमंत्री की जाति कैसे प्रासंगिक हो सकती है? उन्होंने सिर्फ विकास की राजनीति की है। वे राष्ट्रवाद से प्रेरित हैं। जेटली ने कहा कि जो जाति के नाम पर गरीबों को धोखा दे रहे हैं, वे कामयाब नहीं होंगे।
प्रधानमंत्री ने शनिवार को एक चुनावी रैली में कहा था कि मायावतीजी, मैं अति पिछड़ा हूं। मैं आपसे हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि जातिगत राजनीति में मेरा नाम न घसीटें। 130 करोड़ लोग मेरा परिवार हैं। विरोधियों के गाली देने से पहले तक देश मेरी जाति नहीं जानता था। मैं मायावतीजी, अखिलेशजी, कांग्रेस के लोगों और 'महामिलावटियों' का शुक्रगुजार हूं कि वे मेरी जाति पर चर्चा कर रहे हैं। मेरा मानना है कि पिछड़ी जाति में जन्म लेना देश की सेवा करने का एक मौका है।