कहा जा रहा है कि राहुल गांधी ने अमेठी से केएल शर्मा को चुनाव लड़ाकर यह संदेश दिया कि स्मृति ईरानी उनके खिलाफ चुनाव लड़ने के लायक नहीं हैं। कहा जा रहा है कि रायबरेली से चुनाव लड़कर राहुल गांधी सही मायनों में सोनिया गांधी से कमान ले रहे हैं।
दरअसल, एक्स पर एक ट्वीट वायरल हो रहा है, जो अंकित मयंक ने पोस्ट किया है। जिसमें उन्होंने कई कारण बताए हैं कि आखिर क्यों राहुल गांधी का यह मास्टर स्ट्रोक कहा जा रहा है।
उन्होंने लिखा है कि राहुल गांधी ने बार-बार कहा है कि वह अपने वायनाड परिवार को नहीं छोड़ना चाहते हैं। इसलिए जीतने के बाद दोबारा अमेठी सीट छोड़ने से अमेठी की जनता में खराब संदेश जाता।
प्रियंका और मीडिया कवरेज : जहां तक प्रियंका गांधी का सवाल है तो कहा जा रहा है कि राहुल गांधी की जीत के बाद प्रियंका गांधी रायबरेली से उपचुनाव लड़ सकती हैं और अपनी मां की विरासत को आगे ले जा सकती हैं। एक वजह यह बताई जा रही है कि राहुल चौंकाना चाहते थे। बीजेपी और गोदी मीडिया को आउट ऑफ सिलेबस सवाल भेजना आजकल उनका पसंदीदा शौक है। अब पूरी कवरेज उन्हीं पर केंद्रित है।
केएल शर्मा की जीत तय : केएल शर्मा लंबे समय से वफादार और बेहतरीन रणनीतिकार हैं। उन्हें अमेठी में गांधी परिवार के चेहरे के तौर पर हर कोई जानता है। इसलिए उन्हें उतारा गया है। कहा जा रहा है कि उनका चुनाव लड़ना गांधी परिवार के किसी सदस्य के चुनाव लड़ने जैसा है। अमेठी से किसी से भी पूछ लीजिए, उसकी जीत तय से ज्यादा है।
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 में अमेठी और रायबरेली से कांग्रेस का उम्मीदवार पर बना हुआ सस्पेंस अब खत्म हो चुका है। कांग्रेस पार्टी ने रायबरेली से राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को जबकि अमेठी से किशोरी लाल शर्मा को मैदान में उतारा है। राहुल के सामने रायबरेली में बीजेपी के उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह होंगे। वहीं अमेठी में किशोरी लाल शर्मा के सामने होंगी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी।
Edited by Navin Rangiyal