PM Modi in himachal pradesh : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के शिमला में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आपने कांग्रेस का दौर देखा है। जब एक कमजोर सरकार देश में हुआ करती थी। उस समय पाकिस्तान हमारे सिर पर चढ़कर नाचता था। कांग्रेस की कमजोर सरकार दुनिया में गुहार लगाती फिरती थी। लेकिन मोदी ने कहा कि भारत अब दुनिया से भीख नहीं मांगेगा, भारत अपनी लड़ाई खुद लड़ेगा और फिर भारत ने घर में घुसकर मारा। ALSO READ: कांग्रेस का पीएम मोदी से सवाल, हिमाचल में सरकार को अस्थिर करने का प्रयास क्यों किया?
पीएम मोदी ने कहा कि जब देश मोदी को जानता नहीं था, तब भी आप लोगों ने मुझे आशीर्वाद और प्यार देने में कोई कमी नहीं रखी। समय बदला है, लेकिन मोदी नहीं बदला है। मोदी का हिमाचल से वही पुराना रिश्ता है। मेरे लिए न नाहन नया है और न ही सिरमौर नया है। लेकिन मुझे कहना पड़ेगा कि आज का माहौल नया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और इंडी गठबंधन स्वार्थी और अवसरवादी है। 3 चीजें आपको इनमें कॉमन मिलेंगी - ये घोर सांप्रदायिक हैं। ये घोर जातिवादी हैं। ये घोर परिवारवादी हैं। आज मैं आपसे तीसरी बार भाजपा सरकार के लिए आशीर्वाद मांगने आया हूं। मुझे आशीर्वाद मेरे लिए नहीं चाहिए, मेरे परिवार, मेरी जात-बिरादरी के लिए नहीं चाहिए। मुझे आशीर्वाद चाहिए - ताकतवर भारत बनाने के लिए, विकसित भारत बनाने के लिए, विकसित हिमाचल के लिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 60 वर्ष तक कांग्रेस ने सोचा ही नहीं कि सामान्य वर्ग में भी गरीब होते हैं। उनको भी आरक्षण की जरूरत है, कांग्रेस ने इस समाज के बारे में कभी सोचा ही नहीं। मोदी ने आकर सामान्य वर्ग के गरीब लोगों के लिए 10% आरक्षण किया और इस देश में कोई झगड़ा नहीं हुआ। इसके कारण आज हमारे समाज के लोगों को अलग-अलग स्थान पर अवसर मिल रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि इंडी गठबंधन की साजिश का ताजा उदाहरण पश्चिम बंगाल में सामने आया है। 2 दिन पहले ही वहां कलकत्ता हाई कोर्ट ने कई मुस्लिम जातियों के आरक्षण को खत्म कर दिया। मुसलमानों की कई जातियों को इंडी गठबंधन वालों ने ओबीसी बना दिया था और ओबीसी का हक उनको दे दिया था। ऐसा करके इंडी गठबंधन ने ओबीसी के हक पर डाका डाला और संविधान की धज्जियां उड़ा दी।
उन्होंने कहा कि अब कलकत्ता हाई कोर्ट के फैसले के बाद इंडी गठबंधन वाले बौखलाए हुए हैं। बंगाल की मुख्यमंत्री तो सीधे-सीधे कोर्ट के फैसले को मानने से भी इनकार कर रही हैं। इनके लिए संविधान और अदालतें कोई मायने नहीं रखती। इनका सबसे सगा अगर कोई है, तो वो इनका वोटबैंक है।