चौथे मोर्चे के अहम घटक समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव के परिणाम आने से पहले सरकार के गठन में अपनी भूमिका के बारे मे पत्ते नहीं खोले हैं।
सपा प्रमुख मुलायमसिंह ने गुरुवार को यहाँ संवाददाताओं से कहा कि वे 16 मई (मतगणना तिथि) से पहले कुछ नहीं बोलेंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम आने से पहले वे किसी से नहीं मिलेंगे और न ही किसी से कुछ बातचीत करेंगे।
सपा संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार को बाहर से समर्थन कर रहा है। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उसने राष्ट्रीय जनता दल और लोक जनशक्ति पार्टी को लेकर चौथे मोर्चे का गठन किया था।
राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालूप्रसाद यादव ने भी कुछ ऐसा ही बयान दिया। लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख रामविलास पासवान ने हालाँकि कहा कि यदि संप्रग सरकार गठन के लिए पर्याप्त संख्या नहीं जुटा सका तो उनकी पार्टी किसी अन्य धर्मनिरपेक्ष गठबंधन का समर्थन करने के खिलाफ नहीं है लेकिन इस बारे में अंतिम फैसला चौथा मोर्चो संयुक्त रूप से लेगा।
उन्होंने कहा कि विभिन्न एक्जिट पोल में त्रिशंकु लोकसभा की आशंका जताए जाने के बीच सरकार के गठन में चौथा मोर्चा महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। एक्जिट पोल में सपा की स्थिति खराब होने के बारे में बताए जाने के संबंध में जब उनसे पूछा गया तो यादव ने कहा कि वे इस तरह के सर्वेक्षणों पर विश्वास नहीं करते।