ऐसा माना जाता है कि रोमांटिक रिलेशनशिप की शुरुआत में पुरुषों की तुलना में महिलाएं थ्री मैजिक वर्ड यानी 'आई लव यू' कहने में अधिक बेबाक होती हैं लेकिन एक ताजा शोध में इस बात को झुठला दिया गया है। नए शोध के मुताबिक रिलेशनशिप के दौरान महिलाएं नहीं बल्कि पुरुष इस मामले में अधिक बेबाकी दिखाते हैं जबकि महिलाएं झिझकती हैं।
दिल की बात कहने में ६ सप्ताह कम समय : यही नहीं महिलाओं की तुलना में पुरुष अपने पार्टनर से प्रेम का इजहार करने में भी कम समय लगाते हैं और पार्टनर से प्यार की स्वीकारोक्ति के मामले में भी वे महिलाओं से आगे होते हैं। रिपोर्ट के अनुसार पुरुष महिलाओं से अपने दिल की बात कहने में ६ सप्ताह कम समय लेते हैं। एमआईटी स्लोन स्कूल मैनेजमेंट में सहायक प्रोफसर व सहशोधकर्ता जोश एकरमैन ने बताया कि उन्होंने महिला और पुरुष के आई लव यू कहने की टाइमिंग और फंक्शन की भिन्नता की बारीकी से जांच करने के बाद पाया कि प्यार के इजहार के मामले में पुरुष भले ही महिलाओं से अधिक व्यग्रता दिखाते हों, लेकिन प्यार की परिभाषा को लेकर पुरुषों और महिलाओं के सोच में काफी भिन्नता होती है।
स्वीकारोक्ति बेहतर रिलेशनशिप की द्योतक : वैज्ञानिकों ने एक श्रृंखलाबद्ध अध्ययन के बाद पाया कि करीब दो तिहाई कपल्स ने स्वीकार किया कि उनके बीच प्यार की स्वीकारोक्ति में पुरुषों ने ही पहल की थी। रिपोर्ट कहती है कि रतिक्रिया रहित एक महीने के रिलेशनशिप में पुरुष जहां पार्टनर के मुंह से 'आई लव यू' सुनकर खुश दिखाई पड़ता है, वहीं महिलाएं रिलेशनशिप में रतिक्रिया के शामिल होने के बाद 'आई लव यू' सुन कर खुश होती हैं।
शोधकर्ताओं के मुताबिक यौवन संबंध से पूर्व की जाने वाली प्यार की स्वीकारोक्ति बेहतर रिलेशनशिप की द्योतक होती है, जिसमें यौवन व्यवहार भी शामिल है जबकि यौन संबंधों के बाद "आई लव यू" को महिलाएं पुरुषों के समर्पण के संकेतक की तरह लेती हैं। इस अध्ययन को पर्सनैलिटी एंड सोशल साइकोलॉजी में प्रकाशित किया गया है।