भोपाल : मध्यप्रदेश में बड़े शहरों के साथ अब छोटे शहर भी तेजी से कोरोना के चपेट में आते जा रहे है। पिछले दो दिनों में कई नए जिलों में कोरोना पॉजिटिव केस सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। कोरोना को और फैलने से रोकने के लिए अब सरकार ने संक्रमण की चपेट में आए 15 जिलों हॉटस्पॉट को पूरी तरह सील करने का बड़ा फैसला किया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में बढ़ते हुए कोरोना के मामलों पर चिंता जताते हुए कहा कि संक्रमण से बेहद प्रभावित भोपाल, इंदौर और उज्जैन शहर को सील करने के बाद अब 15 जिलों में कोरोना के हॉटस्पॉट की पहचान कर उन स्थानों को पूरी तरह सील किया जाएगा। कोरोना के हॉटस्पॉट बने इन स्थानों पर न कोई बाहर से अंदर जा सकेगा और न ही अंदर से बाहर कोई आएगा। उन्होंने कहा कि लोगों की जान बचाना ज्यादा जरुरी है इसलिए सरकार कड़े फैसले ले रही है।
15 जिलों के 46 हॉटस्पॉट - प्रदेश के 15 जिलों के कुल 46 क्षेत्रों को हॉटस्पॉट घोषित किया गया है, जहां कोरोना संक्रमण के मामले मिले हैं। जबलपुर जिले के 8, ग्वालियर जिले के 6, खरगोन जिले के पांच, मुरैना का एक, शिवपुरी का एक, बड़वानी के 5, बैतूल का एक, विदिशा के दो, श्योपुर का एक, छिंदवाड़ा के पांच, रायसेन का एक, होशंगाबाद के तीन, खंडवा के दो, धार का 1 तथा देवास जिले के चार क्षेत्रों को हॉटस्पॉट घोषित किया गया है। इन सभी क्षेत्रों को सील करने के निर्देश दिए गए हैं।
मास्क नहीं लगाने पर कार्रवाई – प्रदेश में तेजी से कोरोना के फैलते संक्रमण के बाद अब सरकार ने घर से बाहर निकलने पर मास्क लगाने को अनिवार्य कर दिया है। घर से बाहर निकलने पर मास्क नहीं लगाने पर कानून कार्रवाई की जाएगी।
सरकार की ओर से जारी आदेश के मुताबिक मास्क नहीं उपलब्ध होने पर गमछा,रूमाल,दुपट्टा इत्यादि का भी फेस कवर के रूप में प्रयोग कर सकते है। इसके साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी लोगों से अपील की है कि कोरना के संक्रमण से बचने के लिए हर व्यक्ति मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकले। उन्होंने कहा कि लोग होममेड मास्क का भी उपयोग भी कर सकते है।