देश के विख्यात पत्रकारिता गुरु और हजारों विद्यार्थियों के प्रेरणास्रोत प्रो. पुष्पेन्द्र पाल सिंह का जन्मदिन 8 अक्टूबर को मनाया जाएगा। भोपाल का पुष्पेन्द्र पाल सिंह स्मृति फाउंडेशन उनकी विरासत को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार अतुल चौरसिया को प्रथम 'पीपी सिंह नेशनल जर्नलिज्म अवार्ड—23' से सम्मानित किया जाएगा।
भोपाल के गांधी भवन में 8 अक्टूबर को आयोजित होने जा रहे कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. विजय बहादुर सिंह करेंगे। इसे अतुल चौरसिया और गुजरात के गांधीप्रेमी विचारक उत्तम परमार और आनंद प्रधान संबोधित करेंगे। इस कार्यक्रम में देशभर के 20 से अधिक मीडिया संस्थानों के संपादक और 100 से अधिक सुपरिचित पत्रकार उपस्थित रहेंगे. कार्यक्रम शाम 4:30 बजे से शुरू होगा।
इस सम्मान के अंतर्गत चौरसिया को एक लाख रुपए की सम्मान निधि और स्मृति चिह्न प्रदान किया जाएगा। चौरसिया का चयन एक स्वतंत्र निर्णायक मंडल ने किया है। इस निर्णायक मंडल में सुप्रतिष्ठित लेखक, आलोचक डॉ. विजयबहादुर सिंह, वरिष्ठ पत्रकार और मीडिया शिक्षा के विशेषज्ञ सुधीर जैन, आईआईएमसी के प्रोफेसर आनंद प्रधान और वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता सचिन कुमार जैन शामिल हैं।
भोपाल के गांधी भवन में 8 अक्टूबर को आयोजित होने जा रहे कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. विजय बहादुर सिंह करेंगे। इसे अतुल चौरसिया और गुजरात के गांधीप्रेमी विचारक उत्तम परमार और आनंद प्रधान संबोधित करेंगे। इस कार्यक्रम में देशभर के 20 से अधिक मीडिया संस्थानों के संपादक और 100 से अधिक सुपरिचित पत्रकार उपस्थित रहेंगे।
जानिए पीपी सर को
प्रो. पुष्पेन्द्र पाल सिंह लोकप्रिय मीडिया शिक्षक रहे हैं. उन्हें पीपी सर के नाम से भी जाना जाता है. वह दो दशक से अधिक समय तक पत्रकारिता शिक्षण की धुरी रहे. उन्होंने भोपाल स्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता और संचार विश्वविद्यालय को देश का अग्रणी विश्वविद्यालय बनाने और देश-दुनिया में उसकी छवि स्थापित करने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता और संचार विवि के पत्रकारिता विभाग के विभागाध्यक्ष रहे हैं। वह मप्र माध्यम में रोजगार और निर्माण के संपादक भी रहे। इस साल 7 मार्च को पीपी सर का निधन हो गया था।
अतुल चौरसिया के बारे में
अतुल चौरसिया प्रख्यात राजनीतिक टिप्पणीकार और उतने ही विशिष्ट शैली के प्रभावशाली एंकर हैं। उनकी टिप्पणियों में सत्ता और राजनीतिक-सामाजिक विसंगतियों के लिए गहरा व्यंग्य होता है। 20 साल से ज्यादा की पत्रकारति में उनकी जुझारू रिपोर्टिंग ने मीडिया जगत को प्रभावित किया है। रामनाथ गोयनका जैसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड से उन्हें 2 बार सम्मानति किया जा चुका है।