मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को अधिकारियों को निर्देश दिए कि सूबे में अवैध बाल संरक्षण गृहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने इंदौर में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में ये निर्देश ऐसे वक्त दिए, जब राजधानी भोपाल में एक बालिका गृह से 26 लड़कियों के कथित तौर पर लापता होने का मामला सुर्खियों में है।
यादव ने बैठक में प्रशासनिक अमले को निर्देश दिया कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए सतत निरीक्षण करता रहे कि राज्य में कोई भी बाल संरक्षण गृह अवैध रूप से न चल सके। इस बीच, मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर कहा कि भोपाल के परवलिया थाना क्षेत्र में संचालित बालगृह से लापता बालिकाओं की तसदीक हो गई है।
सभी बेटियां सुरक्षित हैं और इनकी पहचान भी कर ली गई है। एक भी दोषी और लापरवाही बरतने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इंदौर में बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने बताया कि मकर संक्रांति के आगामी पर्व पर युवाओं को पारंपरिक खेलों और वैज्ञानिक नवाचार से जोड़ने के लिए राज्य सरकार विशेष कार्यक्रम आयोजित करेगी।
मुख्यमंत्री ने सरकारी तंत्र को मकर संक्रांति पर पतंगबाजी और अन्य देशी खेलों के आयोजन के निर्देश दिये और ताकीद की कि पतंगबाजी में चीनी डोर के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध सुनिश्चित किया जाए।
यादव ने यह भी कहा कि 10 जनवरी को लाड़ली बहना योजना की मासिक सहायता राशि लाभार्थी महिलाओं के खाते में डाली जाएगी और 10 से 15 जनवरी तक महिला सशक्तीकरण पर आधारित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। इनपुट भाषा Edited By : Sudhir Sharma