राज्यसभा चुनाव के नामांकन के आखिरी दिन गुरुवार को पार्टी के राज्यसभा प्रत्याशी एल. मुरूगन, श्री क्षेत्र वाल्मीकि धाम आश्रम उज्जैन के पीठाधीश्वर उमेश नाथ महाराज, महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष माया नारोलिया एवं किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बंशीलाल गुर्जर ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में नामांकन भरा। इस मौके पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि पार्टी ने 4 जमीनी कार्यकर्ताओं को मध्यप्रदेश से राज्यसभा के लिए चुना है, इसके लिए वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का आभार जताते है।
वहीं कांग्रेस की ओर से राज्यसभा चुनाव के लिए घोषित प्रत्याशी अशोक सिंह ने भी विधानसभा पहुंचकर नामांकन भरा। अशोक सिंह के साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव भी थी। हलांकि कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार के नामांकन में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह का न पहुंचाना भी सियासी गलियारों में चर्चा के केंद्र में है।
राज्यसभा चुनाव का सियासी समीकऱण–मध्यप्रदेश में राज्यसभा की कुल 11 सीटें हैं, जिनमें से आठ सीटें भाजपा के पास और कांग्रेस वर्तमान में तीन सीटों पर काबिज है। प्रदेश की पांच राज्यसभा सीटों के मौजूदा सदस्यों केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय मंत्री एल मुरूगन, कैलाश सोनी, अजय प्रताप सिंह और कांग्रेस के राजमणि पटेल का कार्यकाल 2 अप्रैल को खत्म हो रहा है।
मध्यप्रदेश में विधानसभा की कुल 230 सीटों में से वर्तमान में भाजपा के पास 163 सीटें और कांग्रेस के पास 66 सीटें है। राज्यसभा चुनाव के एक सीट के लिए 38 विधानसभा सदस्यों का वोट चाहिए। ऐसे में वर्तमान सदस्य संख्या के मुताबिक भाजपा के खाते में 4 सीटें और कांग्रेस के खाते में 1 सीटें जाना तय माना जा रहा है।