भोपाल। राज्यसभा चुनाव के लिए मध्यप्रदेश से रिक्त हो रही पांच सीटों पर उम्मीदवारों की तस्वीर बुधवार को साफ हो गई है। कांग्रेस हाईकमान ने पार्टी के सीनियर नेता अशोक सिंह को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया है। अशोक सिंह वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष है और ग्वालियर लोकसभा से तीन बार चुनाव ल़ड़ चुके है। अशोक सिंह की गिनती पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के करीबी नेता के तौर पर होती है। विधानसभा चुनाव में भी अशोक सिंह ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा से टिकट के दावेदार थे लेकिन उन्हें पार्टी ने मौका नहीं दिया था। राज्यसभा का टिकट मिलने के बाद अशोक सिंह ने कहा कि पार्टी ने उन पर जो विश्वास जताया है उस पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करूंगा।
भाजपा के राज्यसभा उम्मीदवार-इससे पहले बुधवार सुबह भाजपा ने राज्यसभा की चार सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का एलान कर दिया। पार्टी ने केंद्रीय मंत्री डॉ. एल मुरुगन को फिर से राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनाया है। वहीं भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष माया नारोलिया को पार्टी ने राज्यसभा भेजने का फैसला किया है। इसके साथ मंदसौर से आने वाले किसान नेता बंसीलाल गुर्ज को पार्टी ने अपना राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है। वहीं उज्जैन के वाल्मिकी धाम के पीठाध्श्वेर उमेश नाथ महाराज को पार्टी ने राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि राज्यसभा प्रत्याशी के रूप में अनुसूचित जाति वर्ग से दो और पिछड़ा वर्ग से दो कार्यकर्ताओं को चुना है। पार्टी नेतृत्व ने उमेश नाथ महाराज को राज्यसभा प्रत्याशी बनाया है, जिन्होंने देश-प्रदेश में एक कार्यकर्ता के रूप में वाल्मीकि समाज के लिए काम करते हुए अपनी पहचान बनाई है। पार्टी ने तमिलनाडु के एल.मुरुगन को मध्यप्रदेश से प्रत्याशी बनाया है, जो केंद्रीय मंत्री हैं और उनके माध्यम से मध्यप्रदेश तमिलनाडु को सशक्त बनाने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि राज्यसभा उम्मीदवार बनाए गए बंशीलाल गुर्जर पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं और बूथ स्तर के कार्यकर्ता से लेकर प्रदेश महामंत्री के रूप में पार्टी संगठन को सशक्त बनाने का काम किया है। महिला सशक्तीकरण पार्टी की प्राथमिकता रही है। इसी उद्देश्य से पार्टी ने महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष माया नारोलिया को भी अपना उम्मीदवार बनाया है।
राज्यसभा चुनाव का सियासी समीकऱण–मध्यप्रदेश में राज्यसभा की कुल 11 सीटें हैं, जिनमें से आठ सीटें भाजपा के पास और कांग्रेस वर्तमान में तीन सीटों पर काबिज है। प्रदेश की पांच राज्यसभा सीटों के मौजूदा सदस्यों केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय मंत्री एल मुरूगन, कैलाश सोनी, अजय प्रताप सिंह और कांग्रेस के राजमणि पटेल का कार्यकाल 2 अप्रैल को खत्म हो रहा है।
मध्यप्रदेश में विधानसभा की कुल 230 सीटों में से वर्तमान में भाजपा के पास 163 सीटें और कांग्रेस के पास 66 सीटें है। राज्यसभा चुनाव के एक सीट के लिए 38 विधानसभा सदस्यों का वोट चाहिए। ऐसे में वर्तमान सदस्य संख्या के मुताबिक भाजपा के खाते में 4 सीटें और कांग्रेस के खाते में 1 सीटें जाना तय है। राज्यसभा चुनाव के लिए गुरुवार को नामांकन का आखिरी दिन है। ऐसे मे अगर पांच सीटों पर पांच उम्मीदवारों ही नामांकन करते है तो सभी उम्मीदवारों का निर्विरोध निर्वाचन तय है।