डाबर के अनुसार, जांच से पता चला है कि दोनों आरोपियों के घर अवैध थे। अतुल का घर नजूल भूमि पर बनाया गया था, जबकि रवींद्र के घर का निर्माण बिना अनुमति के किया गया था। दोनों आरोपियों के घरों को शनिवार सुबह ध्वस्त कर दिया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, जब तोड़फोड़ दस्ता बढ़ोलिया के घर पहुंचा तो उसके परिवार वालों ने अधिकारियों से जांच पूरी होने के बाद ही कोई कदम उठाने का अनुरोध किया, लेकिन प्रशासन ने अवैध मकान ढहा दिए।