नीमच में दबंगई का ऐसा मामला सामने आया है जो चौंका देने वाला है। इसमें कई शासकीय कर्मचारियों के लिप्त होने से यह मामला और ज्यादा संगीन हो गया है। दबंगों की दबंगई का आलम यह है कि मुख्यमंत्री की सुदूर सड़क योजना में बनने वाली सड़क की जमीन पर कब्जा कर बंदोबस्त विभाग से अपने खाते में चढ़वा लिया।
अब जब भी विभागीय अफसर सड़क बनाने जाते हैं तो उन्हें मौके से भगा दिया जाता है। कब्जाई गई इस भूमि का बाजार मूल्य करीब ढाई करोड़ रुपए है और इस सड़क के बनने के बाद करीब एक दर्जन गांवों के किसान आवागमन कर सकेंगे।
दबंगई का यह मामला है जिला मुख्यालय के सबसे नज़दीक गांव धनेरियाकला पंचायत का है जो नीमच से मात्र पांच किलोमीटर दूरी पर है। इस पूरे मामले में फरियादी किसान कमलेश साल्वी ने सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायत में कहा है कि वो जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को फरियाद सुना चुका है, जब वहां से कोई कार्रवाई नहीं हुई तो मुख्यमंत्री को शिकायत करनी पड़ी।
इस शिकायत में किसान साल्वी ने आरोप लगाया है कि बंदोबस्त विभाग के ट्रेसर एसपी कुशवाह से साठगांठ कर करीब ढाई करोड़ रुपए मूल्य की बेशकीमती जमीन को ओंकारलाल और सुशील कुमार ने अपने नाम करवा लिया है। यह भूमि सर्वे नंबर 850, 856, 913, 941 की है, जिसका कुल रकबा 0.649 है यानी करीब 60 हजार वर्गफुट भूमि। इसमें सबसे ख़ास बात यह है कि जिस शासकीय भूमि को निजी खाते में चढ़वाया गया उस भूमि पर मुख्यमंत्री सुदूर सड़क योजना की मंजूरी है और इसके लिए राशि का आवंटन भी हो चुका है।
फरियादी किसान कमलेश साल्वी जिस खेत को लीज पर लेकर हांकता जोतता है, वह खेत भी इसी सड़क पर है और उसके खेत पर जाने का रास्ता भी बंद हो चुका है। किसान कमलेश साल्वी ने सीएम हेल्पलाइन में फ़रियाद करते हुए कहा की इन दबंगों से शासकीय सड़क की भूमि छुड़वाई जाए ताकि सड़क बन सके और दोषी कर्मचारी एसपी कुशवाह और दबंगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए।