वैज्ञानिकों ने बताया कि राज्य के उज्जैन, रीवा, जबलपुर और सागर संभागों के जिलों के अलावा शहडोल, अनूपपुर, डिंडोरी, हरदा, राजगढ, धार, देवास, दतिया, मरैना, भिंड, ग्वालियर, छतरपुर, बैतूल, होशंगाबाद, सिवनी और उमरिया जिले में कहीं-कहीं शीतलहर की चलने की संभावना बनी है। इसके अलावा राजगढ़, देवास, शाजापुर, रतलाम, उज्जैन, उमरिया, मंडला, बालाघाट, सिवनी, छतरपुर, दमोह, ग्वालियर, दतिया और होशंगाबाद जिले में कहीं-कहीं पाला पड़ने के आसार है।
प्रदेश में ठंड ने कहर बरपाया है। नरसिंहपुर, मलाजखंड सहित कई स्थानों पर ठंड का असर काफी रहा। इसके अलावा सिवनी, बैतूल, खजुराहो सहित अनेक स्थानों पर कई दिनों से शीतलहर का प्रभाव बना हुआ है। इसके चलते जनजीवन पर काफी खासा असर पड़ा है। खासकर ठंड का असर प्रदेश के खुले मैदान, वनांचल क्षेत्र में देखने को मिला है। इन क्षेत्रों में लोग ठंड से बचने के लिए जगह-जगह अलाव का सहारा ले रहे है।
राज्य के इंदौर के ग्रामीण क्षेत्र शीतलहर से कंपकंपा रहा हैं। यहां कड़कड़ाती ठंड के बीच पाला के प्रभाव ने गेहू,चना, बटला और आलू की फसल को मुरझा दिया हैं। बीते एक सप्ताह से लगातार यहां रात का न्यूनतम तापमान 6 डिग्री से 8 डिग्री के मध्य बना हुआ हैं। जिसके चलते कोहरा छाया हुआ हैं। खेतों में लहलहाती फसलों को पाले ने अपनी चपेट में ले लिया हैं।
स्थानीय मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार आगामी तीन दिनों तक मौसम में ठंडक बनी रहेगी। इसके साथ ही उमरिया, मंडला, बैतूल इन स्थानों पर ठंड ने बेहाल कर रखा है।