भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के स्वस्थ होकर घर वापसी का सिलसिला तेजी से जारी है। राज्य में अब तक 203 मरीज अस्पतालों से पूरी तरह स्वस्थ होकर घर लौट चुके है। वहीं राजधानी भोपाल में तो 300 मरीजों में से अब तक 78 मरीज कोरोना के खिलाफ जंग जीतकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके है। वहीं आज चिरायु हास्पिटल से 60 और मरीजों के स्वस्थ होकर डिस्चार्ज होने की संभावना है।
भोपाल कलेक्टर तरुण पिथौड़े के मुताबिक राजधानी में शुरू में आए हुए 90 कोराना पॉजिटिव व्यक्तियों में से 78 व्यक्ति पूर्ण स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके है। स्वस्थ हुए मरीजों में स्वास्थ्य विभाग के 47 व्यक्तियों में से 43, पुलिस विभाग के 15 व्यक्तियों में से 14, जमात के 20 व्यक्तियों में से 16 और अन्य 08 व्यक्तियों में से 5 व्यक्ति शामिल है। इस तरह करीब 87% पॉजिटिव केस में सफल इलाज किया जा चुका है।
कोरोना पॉजिटिव मरीजों के स्वस्थ्य होने का सबसे बड़ा कारण प्रोटोकॉल अनुसार दवाओं के साथ साथ उनके शरीर में ऑक्सीजन और प्रोटीन साइकिल को मेंटेन किया जाना है जिससे उनमें जल्दी इम्यूनिटी बढ़े और वह कोरोना को मात दे सके।
कोरोना मरीजों का इलाज करने वाले चिरायु अस्पताल के डायरेक्टर डॉक्टर अजय गोयनका बताते है कि उनके यहां 215 मरीज इलाज के लिए भर्ती हुए थे जिनमे से 18 अप्रैल को 28 और 22 अप्रैल को 44 मरीज पूरी तरह ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके है और अभी जल्द ही करीब 60 और मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज होंगे।
डॉक्टर गोयनका कहते हैं कि सभी व्यक्तियों के इलाज के लिए विशेष प्रकार से अलग टेस्ट कराए जा रहे हैं । इनका तीन बार रूटीन चेकअप किया जाता है । परीक्षण के दौरान तीन कैटेगरी में रखा गया है इनके अनुसार माइल्ड, मोडरेट और सीवियर कंडीशन में श्रेणी बनाई गई है।
डॉक्टर गोयनका कहते हैं कि कोरोना वायरस ऑक्सीजन से कमजोर होता है और ऑक्सीजन के माध्यम से इनका इलाज हो रहा है। यह वायरस हीमोग्लोबिन पर हमला करता है जिससे मरीजों में ऑक्सीजन की कमी होती है। विशेष रूप से जरूरी है कि यहां आने वाले समय मरीजों को भी दो से तीन घंटे ऑक्सीजन दी जा रही है ।
कोरोना पीड़ित सभी मरीजो को पानी पिलाया जा रहा है और जो व्यक्ति मुंह से पानी नहीं पी सकते हैं उनको आईबी के माध्यम से पानी दिया जा रहा है। इसके साथ सभी की दिनचर्या को अच्छे से प्लान किया गया है। सुबह से नाश्ता, दिन में खाना और रात में भी हल्का भोजन दिया जा रहा। इसके साथ ही इन्हें प्रोटीन की कमी ना हो इसके लिए दो बार दूध और दो अंडे दिए जा रहे हैं जो व्यक्ति अंडे नहीं खाते हैं। उनके लिए प्रोटींस के बिस्किट भी प्रदान किए जा रहे हैं जिनसे इनकी इम्युनिटी क्षमता बढ़ सके और यह कोरोना को मात देकर पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर जा सके।