दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में शामिल हुए जामितयों के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद मध्यप्रदेश में पुलिस प्रशासन के सामने अचानक से बड़ी चुनौती आ गई है। निजामुद्दीन तब्लीग-ए-जमात में मध्यप्रदेश से भी करीब 107 लोग शामिल हुए थे। इनमें भोपाल और इंदौर के लोगों के शामिल होने की खबर के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया है। ऐसे में प्रशासन के सामने इनको खोजने और क्वारंटाइन कर इनकी जांच कराने की चुनौती आ खड़ी हुई है।
भोपाल में मिले 36 जमाती - पूरा मामला सामने आने के बाद भोपाल प्रशासन को शहर के शहर अलग- अलग इकालों में रहने वाले ऐसे 36 लोगों की पहचान की है जो निजामुद्दीन से भोपाल लौटे थे। प्रशासन ने इन सभी क्वारंटाइन कर इनके सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए है। वहीं स्वास्थ्य महकमे की एक टीम इन पर विशेष नजर रखे हुए है। बताया जा रहा प्रशासन ने जिन लोगों चिन्हित किया है वह उस जमात में शामिल थे जो दिल्ली के निजामुद्दीन मजार में रुकी थी।
अन्य जिलों में भी होने की आंशका - वहीं निजामुद्दीन मरकज में शामिल अन्य जमातियों के इंदौर सहित अन्य जिलों में होने की संभावना जताई जा रही है। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद सभी जिलों में पुलिस प्रशासन का बड़ा अमला इनको चिन्हित करने के काम में जुट गया है। कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित इंदौर जिले में जमात में कई लोगों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।
मुख्यमंत्री ने दिए विशेष निर्देश – उधर पूरा मामला समाने आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तबलीग ए जमात में हिस्सा लेने वाले सभी लोगों को क्वॉरेन्टाइन में रखने के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री ने स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि जैसा कि समाचार मिले हैं, कुछ दिन पूर्व तबलीग जमात का एक बड़ा धार्मिक आयोजन हुआ था। इसमें पूरे देश के श्रद्धालु भाग लेने गए थे। इस समूह में से 200 लोगों के कोविड-19 से संक्रमित होने तथा इनमें से 6 लोगों की तेलंगाना में मृत होने की सूचना प्राप्त हुई है।
मध्य प्रदेश से भी 100 से अधिक व्यक्ति इस धार्मिक कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। ऐसी जानकारी प्राप्त हुई है। इस संदर्भ में पूर्ण सजग रहने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि आयोजन में शामिल लोगों को चिन्हित कर उन्हें क्वॉरेन्टाइन में रखकर उनका आवश्यक स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि किसी भी प्रकार की बीमारी के लक्षण उन व्यक्तियों में दिखाई देते हैं तो उनके टेस्ट और इलाज की समुचित व्यवस्था भी की जाए। सभी पुलिस अधीक्षकों को यह कार्रवाई अति शीघ्र करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा धार्मिक कार्यक्रम के सिलसिले में जो भी व्यक्ति घूम रहे हैं, उनकी यात्रा का विवरण भी प्राप्त कर आवश्यक कार्रवाई किए जाने के निर्देश भी दिए गए हैं।