विदेशों से जुड़े तार : पुलिस के मुताबिक गिरोह का नेटवर्क हांगकांग, चीन, दुबई और मलेशिया तक फैला हुआ है। गिरोह मल्टीलेवल मार्केटिंग का झांसा देकर लोगों को अपने से जोड़ता था। इसके लिए सिल्वर, गोल्ड और प्लेटिनम नाम से आईडी और मेंबरशिप के जरिए लोगों से फर्जी एक्सचेंज पीजीयूसी में पैसा इन्वेस्ट कराता था। इसमें मेंबरशिप की शुरुआती राशि साढ़े 3 लाख रुपए थी।
गिरोह ने अवैध रूप से बिटकॉइन, गोल्ड यूनियन जैसी क्रिप्टो करेंसी के जरिए करोड़ों रुपए ठगे : स्पेशल डीजी एसटीएफ के मुताबिक पूरे मामले की जांच के एसआईटी बनाई गई है। पुलिस ने इस मामले में जबलपुर के रहने वाले ब्रजेश रैकवार और उसकी पत्नी सीमा रैकवार को गिरफ्तार कर उनके खातों से चार करोड़ की राशि जब्त की है।
फिल्मों और केसिनों में पैसा किया निवेश : स्पेशल डीजी एसटीएफ पुरुषोत्तम शर्मा के मुताबिक आरोपी ने लोगों से ठगे गए रुपयों को फिल्मों और कैसिनों में निवेश किया। इसके साथ ही आरोपी ने भोपाल, जबलपुर में प्रॉपर्टी में जमीनों में काफी निवेश किया।