Mahakal Mahalok: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने आज गुरुवार को महाकाल महालोक (Mahakal Mahalok) के द्वितीय चरण के विभिन्न कार्यों का लोकार्पण किया। चौहान आज शाम सर्वप्रथम नीलकंठ वन के स्वागत द्वार पर पहुंचे और यहां मणिपुर के कलाकारों द्वारा शंख वादन कर उनका स्वागत किया गया।
इसके पश्चात मालवा की लोक परंपरा के अनुसार माच गायन कर स्वाति सेन उखले और उनके समूह की ओर से तिलक लगाया गया और उनका स्वागत किया। प्रमुख सवारी भक्त मंडल के कलाकारों द्वारा शाही मराठा अंदाज में मुख्यमंत्री की अगवानी की गई। इसके पश्चात नासिक से आए ढोल-ताशा दल द्वारा ढोल बजाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की छटा के बीच मुख्यमंत्री ने थोड़ी देर झांझ-मजीरे बजाकर प्रस्तुति देते कलाकारों का उत्साहवर्धन किया। मुख्यमंत्री ने श्री महाकाल महालोक के नीलकंठ परिसर में नीलकंठ वन, नीलकंठ मार्ग स्मार्ट रोड, उज्जैन का गौरवशाली इतिहास दर्शाते भित्तिचित्र, अवंतिका हाट तथा वाहन पार्किंग का लोकार्पण किया।
इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने नीलकंठ परिसर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित सीसीटीवी निगरानी एवं एक्सेस नियंत्रण प्रणाली से सुसज्जित महाकाल कंट्रोल रूम का लोकार्पण किया। इस दौरान वेदपाठी बटुक द्वारा मंत्रोच्चार किया गया। चौहान ने इसके पश्चात नवनिर्मित पार्किंग का लोकार्पण किया और दीप प्रज्वलित किया।
देश के विभिन्न प्रांतों से आए कलाकारों द्वारा आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जा रही थीं। मुख्यमंत्री ने श्री महाकाल महालोक के परिसर में भ्रमण करते हुए सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का अवलोकन किया और कई स्थानों पर स्वयं पहुंचकर कलाकारों का उत्साहवर्धन किया। नीलकंठ वन में निर्मित भगवान शिव की विशाल मूर्ति को भी श्री चौहान ने नमन किया।