एसपी ने बताया कि शिकायत पर जांच के दौरान पुलिस का साइबर दस्ता गायकवाड़ तक पहुंचा और सांकेतिक भाषा विशेषज्ञों के जरिए उससे पूछताछ की। पूछताछ के दौरान गायकवाड़ ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने पुलिस को बताया कि ऑनलाइन कम्युनिकी, वॉट्सएप पर मूक-बधिरों के ग्रुप बने हुए है। उसने इन युवतियों के मोबाइल नंबर यही से हासिल किए थे।