सिंधिया का भोपाल दौरा ऐसे समय हो रहा है जब भाजपा सरकार और संगठन में फेरबदल के खुद सिंधिया को मोदी सरकार में मंत्री बनाए जाने की अटकलें चल रही है। भाजपा में शामिल होने के 15 महीनों के बाद भी सिंधिया को केंद्र में मंत्री नहीं बनाए जाने से उनके समर्थक काफी निराश है। ऐसे में अब सिधिंया अपने भोपाल दौरे के दौरान फिर एक बार अपने समर्थकों के जरिए शक्ति प्रदर्शन भी कर सकते है। वहीं राजनीतिक पंडितों की निगाहें इस बात पर भी टिकी है कि सिंधिया अपने भोपाल दौरे के दौरान किन नेताओं से मुलाकात करते है।
निगाहें इस बात पर भी टिकी है कि क्या सिंधिया इस दौरे से उनके समर्थकों का निगम मंडल और पार्टी संगठन में शामिल होने का लंबा इंतजार खत्म हो पाएगा। सिंधिया की कट्टर समर्थक इमरती देवी,गिर्राज दंडोतिया, मुन्नालाल गोयल उपचुनाव हारने के बाद लूप लाइन में है और लंबे समय से निगम मंडल में एडजस्ट होने की राह देख रहे है।
दूसरी ओर सिंधिया के भोपाल दौरे से पहले भाजपा ऑल इज वेल के मिशन में जुटी हुई है। पिछले दिनों सिंधिया के समर्थकों पर वसूली का आरोप लगाने वाले भाजपा विधायक राकेश गिरी को पार्टी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कड़ी फटकार लगाई। भोपाल में पार्टी मुख्यालय तलब किए गए राकेश गिरी ने पार्टी अध्यक्ष से मुलाकात के बाद अपने व्यवहार के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांगी।