विजयवर्गीय ने कहा, 'लक्षित हमले के बाद सेना के एक आला अफसर ने बाकायदा संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर इस कदम की आधिकारिक जानकारी दी थी। इसके बावजूद अगर कोई सेना के लक्षित हमले पर अंगुली उठाता है, तो यह देशद्रोह के अपराध के बराबर है।'
उन्होंने कहा, 'अगर कोई लक्षित हमले के सबूत मांग रहा है, तो इसका मतलब है कि वह सेना पर शक कर रहा है। सेना पर बिल्कुल भी शक नहीं किया जाना चाहिये, बल्कि उसका मनोबल बढ़ाया जाना चाहिए।'
भाजपा महासचिव ने एक सवाल पर उत्तरप्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के कर्ताधर्ताओं पर तंज कसते हुए कहा, 'उत्तरप्रदेश में जिन लोगों के हाथों में सत्ता की बागडोर है, उनके परिवार में इतना झगड़ा है कि वे एक.दूसरे की साइकिल पंचर करने में लगे हैं। उनका वर्तमान और भविष्य सबको दिखायी दे रहा है।'
शिवसेना ने उत्तरप्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों में 200 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की घोषणा की है। यह पूछे जाने पर कि क्या इससे उत्तरप्रदेश में भाजपा का चुनावी गणित बिगड़ेगा, विजयवर्गीय ने कहा कि शिवसेना ने मुंबई में उत्तरप्रदेश और बिहार के लोगों का हमेशा विरोध किया है। ऐसे में आप समझ सकते हैं कि इन सूबों के चुनावों में शिवसेना को भला कौन वोट देगा। (भाषा)