इंदौर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के विशेष कार्याधिकारी (OSD) प्रवीण कक्कड़ के ठिकानों पर हाल ही में मारे गए आयकर छापों को चुनौती देने वाली याचिका पर मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय में गुरुवार को सुनवाई हुई, जिसमें दोनों पक्षों ने अपनी दलील पेश की। याचिका में आरोप लगाया है कि लोकसभा चुनावों से ठीक पहले मारे गए ये छापे राजनीति से प्रेरित थे। मामले की अगली सुनवाई सोमवार को होगी।
वरिष्ठ अधिवक्ता एवं कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कक्कड़ की ओर से पैरवी करते हुए अपने मुवक्किल को कमलनाथ का मौजूदा ओएसडी बताया और कहा कि उनके ठिकानों पर आयकर विभाग की दिल्ली इकाई द्वारा मारे गए छापों की मुहिम राजनीति से प्रेरित थी, जिससे उनके मुवक्किल की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची।
वहीं, आयकर विभाग का पक्ष रखते हुए अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल संजय जैन ने सिब्बल के तर्कों को खारिज करते हुए कहा कि कक्कड़ के ठिकानों पर आयकर छापे मारने के मामले में सम्बद्ध कानूनी प्रावधानों का पूरी तरह पालन किया गया।
गौरतलब है कि कक्कड़ के इंदौर स्थित ठिकानों पर आयकर विभाग की छापामार मुहिम रविवार तड़के शुरू होकर सोमवार देर रात खत्म हुई थी। इसके बाद कक्कड़ ने दावा किया था कि आयकर विभाग को छापों में उनके खिलाफ कोई भी आपत्तिजनक सबूत नहीं मिला है। कक्कड़, राज्य पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी हैं। उनका परिवार अतिथि सत्कार समेत विभिन्न क्षेत्रों के कारोबार से जुड़ा हुआ है।