भाजपा सांसद अनंत हेगड़े के बयान पर अब सियासत गरमा गई है। लोकसभा में आज प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस सांसदों ने पूरे मामले को उठाते हुए जमकर हंगामा किया। विपक्षी सांसदों के हंगामे के चलते सदन की प्रश्नकाल की कार्यवाही को स्थगित करनी पड़ा। सदन की कार्यवाही शुरु होते ही कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई, के सुरेश, अब्दुल खालिक ने भाजपा सांसद के बयान पर दिए गिए स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराए जाने की मांग करने लगे।
उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि अगर भाजपा नेतृत्व यदि पूर्व में ही बापू के हत्यारे गोडसे को दो –दो बार देशभक्त बताने वाली भाजपा सांसद पर दिखावटी कार्यवाही की बजाए,कड़ी कार्यवाही कर देता तो शायद आज गांधी जी के बार में इस तरह कहने की किसी में हिम्मत न होती। अब समय आ गया है कि भाजपा को स्पष्ट करना चाहिए कि वो किस विचारधार के साथ है गांधी की या गोडसे की।
क्या हैं पूरा मामला- अपने विवादित बयानों के लिए अक्सर चर्चा में रहने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद अनंत कुमार हेगड़े राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर विवादित बयान दिया था। बंगलुरु में एक कार्यक्रम में बोलते हुए हेगड़े ने स्वाधीनता आंदोलन में महात्मा गांधी की भूमिका पर सवाल उठाते हुए इसे ड्रामा बता डाला। इतना ही नहीं हेगड़े ने पूरे स्वतंत्रता आंदोलन पर सवाल उठाते हुए कहा कि पूरे स्वतंत्रता आंदोलन को अंग्रेजों की सहमति और उनके समर्थन से किया गया।
भाजपा सांसद ने गांधी को महात्मा कहने पर भी सवाल उठा दिए। हेगड़े ने कहा कि भारत में कुछ लोग महात्मा कहलाने लगे। भाजपा सांसद ने देश की आजादी के लिए महात्मा गांधी की भूख हड़ताल और सत्याग्रह का मजाक उड़ाते हुए कहा कि कांग्रेस कहती हैं कि हमें आजादी भूख हड़ताल और सत्याग्रह के कारण मिली,लेकिन यह सच नहीं है। अग्रेजों ने खुद भारत को छोड़ा न कि गांधी के सत्याग्रह की वजह से।