भोपाल। मध्यप्रदेश में 28 सीटों पर मंगलवार को हुई वोटिंग में सत्तारूढ़ दल भाजपा को भीतरघात के चलते बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके साथ भाजपा में आए नेताओं के बाद पार्टी में जो अंसतोष की आग भीतर-भीतर सुलग रही थी उसकी आंच पार्टी को वोटिंग के दिन काफी महसूस हुई और अब उपचुनाव की वोटिंग के 24 घंटे के अंदर ही पार्टी ने अपने तीन बड़े नेताओं को कारण बताओ नोटिस थमा दिया।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने पूर्व मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार,उनके बेटे मुदित शेजवार एवं सुमावली के पूर्व विधायक गजराजसिंह सिकरवार को पार्टी प्रत्याशी के विरूद्ध एवं पार्टी विरोधी गतिविधियों की गंभीर शिकायत मिलने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
पार्टी की ओर से तीनों नेताओं को जारी नोटिस में कहा गया हैं कि उपचुनाव में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के विरुद्ध आपके द्धारा निरंतर पार्टी विरोधी गतिविधियां की गई है जिससे पार्टी की छवि धूमिल हुई है और इसको अनुशासनहीनता बताया है। पार्टी ने तीनों नेताओं को नोटिस जारी कर सात दिन के अंदर स्पष्टीकरण भी मांगा है।
गौरतलब है कि सीनियर नेता गौरीशंकर शेजवार पिछले शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री थी और 2018 विधानसभा चुनाव में उनके बेटे मुदित शेजवार सांची विधानसभा सीट से उम्मीदवार रहे थे। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में शामिल होने वाले और वर्तमान में शिवराज कैबिनेट में स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी उपचुनाव में सांची से भाजपा के उम्मीदवार थे। मंगलवार को उपचुनाव की वोटिंग से ठीक पहले गौरीशंकर शेजवार और मुदित शेजवार को लेकर कई तरह की अटकलें भी लगाई जा रही थी