इसके बाद भगवान महाकाल की वर्ष में एक बार दोपहर में होने वाली भस्मार्ती की प्रक्रिया प्रारंभ हुई और श्रद्धालुओं ने भस्मार्ती का दर्शन लाभ लिया। इस अवसर पर जिला कलेक्टर संकेत भोंडवे ने मंदिर परिसर में दर्शन व्यवस्था का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। (वार्ता)