मध्यप्रदेश में कई जिलों में जलप्रलय, विदिशा और गुना में सेना ने संभाला मोर्चा, मालवा और चंबल में हाईअलर्ट

विकास सिंह

मंगलवार, 23 अगस्त 2022 (13:12 IST)
भोपाल। मध्यप्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है। भोपाल, विदिशा, राजगढ़, गुना, रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, जबलपुर समेत मध्य मध्य प्रदेश और पूर्वी मध्य प्रदेश में पिछले 48 घंटे में हुई बारिश ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। अब तक प्रदेश में बाढ़ में फंसे 405 लोगों का रेस्क्यू किया गया है। वहीं बाढ़ प्रभावित इलाकों से 2300 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। विदिशा एवं गुना के 10 गांवों में सेना के 2 हेलिकॉप्टरों से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। वहीं बाढ़ के चलते कई जिलों का संपर्क दूसरे जिलों से कट गया है। गांधी सागर डैम से भारी मात्रा में पानी छो़ड़े जाने से चंबल नदी भी खतरे के निशान से उपर बह रही है जिससे मुरैना और श्योपुर में बाढ़ का खतरा हो गया है।  
 
बारिश और बाढ़ के चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कैबिनेट की बैठक रद्द कर दी। मुख्यमंत्री विदिशा के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण भी कर रहे है। मुख्यमंत्री बाढ़ प्रभावित इलाकों में नाव के जरिए पहुंचकर स्थिति का आकलन कर रहे है।
 
विदिशा में सेना ने संभाला मोर्चा-बारिश और बाढ़ के कारण विदिशा जिले में बेतवा और उसकी सहायक नदियां उफान पर हैं जिसके कई गांव बाढ़ के पानी घिरे हुए हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों को निकालने के लिए सेना के हेलिकॉप्टर को रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाया गया है। विदिशा में लगातार कई गांव में रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। अकेले विदिशा जिले में ही 18 शिविरों में 1200 लोगों को पहुंचाया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे कर स्थिति का जायजा लिया है। 

गुना में सेना के हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू ऑपरेशन गुना में पार्वती नदी की बाढ़ में घिरे कई गांव-वहीं गुना में पार्वती नदी भी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है और कुछ गांव में जलभराव की स्थिति है। गुना जिले में पार्वती नदी लगातार खतरे के निशान से उपर बह रही है। जिले के चाचौडा, कुम्भराज और राघौगढ तहसील के गाँवों में फंसे लोगों को SDERF और NDERF की टीमें रेस्क्यू कर रही है। गुना बाढ़ के घिरे लोगों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से एअरलिफ्ट किया जा रहा है। 

मालवा-निमाड़ के कई जिले बाढ़ की चपेट में-प्रदेश के मालवा और निमाड़ के कई जिले बाढ़ प्रभावित है। आगर मालवा, रतलाम, शाजापुर में बारिश के चलते स्थिति के बिगड़ने का खतरा हो गया है। रतलाम भारी बारिश के कारण जावरा में नया मालीपुर जमातखाना में फंसे लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा। शाजापुर जिले के थाना सुनेरा के बमोरी ग्राम में डेम से पानी रिसाव के बाद प्रभावित होने वाले गाँवों को खाली कराकर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुचाया गया है। डेम को भी रिपेयर किया गया है। जिससे पानी का रिसाव कफी कम हो गया है। शुजालपुर में भी लोगों को ऊंचे स्थानों पर पहुचाया गया है।
 
नीमच जिले में लगातार बारिश हो रही है। कुछ पुलो एवं रपटों के उपर से जल का बहाव हो रहा है। जिले में टीमे अलर्टमोर्ड पर है। देवास जिले में नेमावर में नर्मदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। 

प्रदेश के कई बांधों के गेट खुले- लगातार हो रही बारिश के कारण बांध लबालब भर गए है वहीं कई बांधों के गेट खोलने पड़े हैं जिसके चलते कई जगह नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। गुना में पार्वती नदी खतरे के निशान से उपर बह रही है। इसके साथ केन, बेतवा और नर्मदा नदी भी खतरे के निशान से उपर है।

प्रदेश में राजघाट, गांधी सागर, बरगी, तवा, हंडिया, मोहनपुरा, बारना, कोलार, ओमकारेश्वर, कलियासोत, भदभदा आदि बांधों में जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है। जबलपुर में बरगी बांध के 13 गेट और टीकमगढ़ में बानसुजारा बांध के 11 गेट खोल दिए गए हैं। वहीं बारना बांध के 4 गेट, इंदिरा सागर बांध के 12, गांधी सागर बांध के 8 कुंडालिया बांध के 10, कलियासोत के 12, केरवा के 8, मणिखेड़ा 8, मोहनपुरा 14, राजघाट 16, ओमकारेश्वर 18, संजय सागर 2 एवं कुशलपुरा के 7 गेट खुले हैं।
 

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