भोपाल। मध्यप्रदेश में प्राथमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा-2020 (वर्ग-3) के पेपर के स्क्रीन शॉट वायरल होने के बाद अब पूरी परीक्षा पर ही संकट के बादल मंडराने लगे है और परीक्षा के रद्द होने की आंशका बढ़ गई है। दरअसल पीईबी की ओर से जारी आंसरशीट और सोशल मीडिया पर वायरल हुए स्क्रीन शॉट के प्रश्न मिलने के बाद अब पूरी परीक्षा कठघरे में आ गई है। दरअसल एमपी प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड ने प्राथमिक शिक्षक पात्रता (वर्ग-3) का परीक्षा आयोजित की थी जिसमें प्रदेश भर से करीब करीब नौ लाख 37 हजार उम्मीदवार शामिल हुए थे। पिछले दिनों 25 मार्च का एक प्रश्नपत्र का कम्प्यूटर स्क्रीन का स्क्रीन शाट सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसके बाद पूरी परीक्षा पर सवाल उठ रहे है।
आंसर-की हटाने से कठघरे में PEB (व्यापमं)?- इसे पूरे मामले पीईबी (व्यापमं) फिर विवादों में आ गया है और उसकी कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठने लगे है। मंगलवार शाम पीईबी की ओर से अपनी वेबसाइट पर ऑसर-की जारी की गई लेकिन उसे कुछ देर बाद ही हटा लेने विवाद और बढ़ गया है। वहीं बोर्ड की ओर से प्रश्नपत्रों में पूछे गए प्रश्नों पर अभ्यर्थियों से आपत्ति मांगने के लिए जो पेपर अपलोड किया गया उसके प्रश्न और वायरल हुए स्क्रीनशॉट के प्रश्न एक ही मिले है।
MP-TET को ऑनलाइन परीक्षा का ठेका बंगलुरु की एजुक्विटी कैरियर टेक्नोलॉजी को दिया गया था ऐसे में पेपर के स्क्रीन शॉट वायरल होने पर विवाद हो गया है। सवाल इस बात को लेकर है कि परीक्षा केंन्द्रों पर मोबाइल ले जाना पूरी तरह से प्रतिबंधित था और परीक्षा केंद्रों पर जैमर लगे हुए थे तब पेपर के स्क्रीन शॉट कैसे सोशल मीडिया पर वायरल हुए।
PEB (व्यापमं) ने क्या कहा?- ऐसे में अब पूरी परीक्षा विवादों में आ गई है और परीक्षा का आयोजन कराने वाली कंपनी विवादों में आ गई है और आरोप है कि पेपर लिक किया गया है। इस पूरे मामले पीईबी ने ट्वीट करके बताया कि PEB द्धार आयोजित प्राथमिक शाला शिक्षक पात्रता परीक्षा 2020 के संबंध में एक अभ्यर्थी के स्क्रीन फोटो के वायरल होने की शिकायत प्राप्त हुई है। PEB द्धारा प्राप्त शिकायक के निराकरण हेतु विशेषज्ञ एजेंसी को लेख किया गया है और आगामी निर्णय लिए जाने हेतु विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। उक्तानुसार रिपोर्ट प्राप्त होने पर PEB द्धारा नियमानुसार निर्णय लिया जाएगा।
वहीं इस मामले पीईबी ने अपने स्तर पर जांच तेज कर दी है। पीईबी की एक टीम ने भोपाल के बिलखिरिया में स्थित उस कॉलेज भी पहुंची जहां परीक्षा का सेंटर बनाया गया। बताया जा रहा है कि जो स्क्रीन शॉट वायरल हुई है वह इसी सेंटर से हुआ है जिसके बाद पूरा सेंटर संदेह के घेरे में आ गया है।
कांग्रेस ने की विस्तृत जांच की मांग- वहीं इस पूरे मुद्दे को कांग्रेस ने शिवराज सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस मीडिया सेल के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने प्रेस क्रॉफ्रेस कर शिवराज सरकार पर निशाना साधा। जीतू पटवारी ने पूरे मामले की विस्तृत जांच करने और स्टूडेंट्स की आपत्तियों को सुनने के साथ-साथ पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर भी कई सवाल खड़े किए है।