भोपाल। रणबीर कपूर और आलिया भट्ट के महाकाल बाबा के दर्शन किए बिना वापस लौटने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। इस पूरे मामले को लेकर आज जहां सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर रणबीर की फिल्म ब्रह्मास्त्र के बॉयकॉट (#BoycottBrahmastra) का का ट्रैंड चला तो वहीं मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध धर्मगुरुओं की इस पूरे मामले पर दो गुटों में बंट गए।
रणबीर-आलिया के समर्थन में प्रदीप मिश्रा-महाकाल मंदिर में हिंदूवादी संगठनों के विरोध प्रदर्शन के चलते बिना महाकाल के दर्शन किए रणबीर और आलिया के बैरंग लौटने को मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने सही नहीं बताया है। कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने कहा कि किसी के दाग को साफ करने का अधिकार केवल भगवान महाकाल को है। एक इंटरव्यू में कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने कहा कि अगर महाकाल के दरबार में कोई आ रहा है तो उसकी व्यवहार और भाषा चाहे कितनी भी गड़बड़ हो लेकिन भगवान शिव के दरवाजे पर तो वह पिता है और उसके द्वार पर बच्चा कैसे भी जा सकता है और उसके गले लग सकता है और उसके दर्शन कर सकता है।
उज्जैन के संत अवधेशपुरी ने विरोध को ठहराया सहीं- वहीं अखाड़ा परिषद उज्जैन के पूर्व महामंत्री डॉ अवधेशपुरी महाराज ने रणबीर और आलिया के विरोध प्रदर्शन को सही ठहराया है। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म और संस्कृति के दुश्मन बहुरूपिए रणबीर कपूर व आलिया भट्ट के विरोध के लिए वह विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के विरोध की प्रशंसा करते है। वहीं विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं पर बल प्रयोग के लिए उज्जैन प्रशासन की निंदा की है। परमहंस अवधेशपुरी महाराज ने 'ब्रह्मास्त्र' फिल्म के बहिष्कार के साथ पूरे बॉलीवुड के बहिष्कार की बात कही है।
रणबीर-आलिया के विरोध का क्या है पूरा मामला?–फिल्म अभिनेता रणबीर कपूर के 10 साल पहले एक बयान के विरोध में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता ने मंगलवार को महाकाल मंदिर के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। अपनी अपकमिंग फिल्म 'ब्रह्मास्त्र' को लेकर बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने रणबीर और आलिया,फिल्म डायरेक्टर आयन मुखर्जी के साथ मंगलवार शाम उज्जैन पहुंचे। जैसे ही प्रोडक्शन टीम और अधिकारियों की गाड़ी तय समय पर प्रवेश द्वार पर पहुंची, हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शरू कर दी। काले झंडे दिखाय और प्रदर्शन किया। पुलिस ने जब प्रदर्शनकारियों को रोकना चाहा तो बजरंग दल के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की पुलिस से जमकर बहस हुई। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को वहां से खदेड़ा, इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच जमकर झूमाझटकी भी हुई।
हिंदू संगठनों के इस विरोध प्रदर्शन के बाद रणबीर कपूर और आलिया भट्ट बिना दर्शन किए वापस लौट गए थे। हिंदूवादी संगठनों का खौफ इतना था कि उज्जैन कलेक्टर और प्रशासन भी रणबीर और आलिया को यह भरोसा दिलाने में असफल रहे है कि वह उनको सुरक्षित महाकाल बाबा के दर्शन करा देंगे।