उन्होंने कहा कि राजनीतिक मंचों पर युवाओं को स्थान नही मिल पाता है, वह सिर्फ दरी बिछाने और समेटने तक सीमित रह जाते है, जबकि हकीकत यह है कि उनके अंदर योगी और मोदीजी से ज्यादा काबिल है। वहीं युवा संसद के अंदर चार प्रण लिए गए जिसमें स्वतंत्रता, समता, समरसता और न्याय है।
जयंत ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि धार्मिक तौर पर सबको आजादी है, देश में विभिन्न मान्यता के लोग है, सबकी विचारधारा का हम सम्मान करते है। मीडिया ने जयन्त से पूछा कि अयोध्या में एक हिन्दू वोट बैंक भी तैयार हो रहा है' तो वे बोले यह उनको (भाजपा) बताना चाहिए कि हिन्दू वोट बैंक बनाना संविधान के दायरे में आता है। उन्होंने कहा कि मैं पहली बार देख रहा हूं कि मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के कार्ड छपे है, न्योता दिया जा रहा है...मंदिर आस्था का केन्द्र है, धार्मिक संस्था पर वह जाता है जिसके मन में श्रद्धा है। हम मंदिर का काउंटर क्यों करें, हमारे यहां मंदिर में जाने वाले का भी सम्मान है, गुरद्वारा और मदरसे में जाने वाले भी एक बराबर है। मंदिर जाने के लिए न्योते की जरूरत नहीं होती, बल्कि हमारे देश में नास्तिक विचारधारा के लोग भी शामिल हैं।
राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने युवाओं की नब्ज पकड़ते हुए कहा कि सरकार ने दो करोड़ युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन सरकार रोजगार देने में फेल साबित हुई। जब युवा वर्ग की नौकरी नहीं लगेगी तो उनकी शादी कैसे होगी। पहले घर-परिवार पर रिश्ता हो जाता था, आज जब रिश्ते के लिए जाओ तो पहले पूछा जाता है लड़का नौकरी कहां करता है। इंडिया गठबंधन की सरकार आई तो हम 2 करोड़ नौकरियों का हिसाब लेंगे।
रालोद की वीटो पावर जयंत ने कहा कि 'इंडिया' को मौका दे, यदि हमारी सरकार बनती है तो सबसे पहले वह अग्निवीर योजना को समाप्त कर देंगे। उन्होंने युवाओं को भरोसा भी दिया कि जब देश के युवा को 21 वर्ष में वोट देने का अधिकार है तो एमपी का चुनाव लड़ने का अधिकार क्यों नही? इंडिया गठबंधन की सरकार आई तो युवा वर्ग और किसान दिल्ली तक पहुंचेंगे।
गठबंधन में बीएसपी शामिल होगी या नही? जयंत ने उत्तर देते हुए कहा कि बसपा का कोई अपना रुख गठबंधन के लिए नहीं है, कोई बताए कि मायावती ने कहा हो कि वह इंडिया गठबंधन में शामिल होना चाहती हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि समाजवादी पार्टी से हमारे बहुत अच्छे संबंध है, कोई मतभेद नहीं है। हमारे रिश्ते लंबे समय तक कायम रहेंगे।