थाना प्रभारी ने बताया, 'हम सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अस्पताल में तोड़.फोड़ करने वाले लोगों की पहचान की कोशिश कर रहे हैं। मामले में जल्द उचित कदम उठाया जाएगा।' इस बीच, संघ के स्थानीय प्रवक्ता सागर चौकसे ने कहा कि सर्जरी के बाद राठौर की हालत बिगड़ने के बावजूद दो घंटे तक अस्पताल का कोई भी डॉक्टर उनके इलाज के लिए नहीं पहुंचा और इस घोर लापरवाही के कारण उन्होंने दम तोड़ दिया। उन्होंने मांग की कि पुलिस को संघ कार्यकर्ता के इलाज में लापरवाही बरतने वाले सभी संबंधित चिकित्सा कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज करना चाहिए।
चौकसे से इस बात को खारिज किया कि अस्पताल में तोड़.फोड़ की घटना में संघ कार्यकर्ताओं की कोई भूमिका है। उन्होंने कहा, 'संघ कार्यकर्ताओं ने तो मौके पर जाकर हालात को संभाला और राठौर के उग्र परिजन को शांत किया।' (भाषा)