भोपाल। मध्यप्रदेश में चल रही शराबबंदी की अटकलों के बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज साफ किया है कि उनकी सरकार ने कभी नहीं कहा कि मध्यप्रदेश में शराबबंदी करेंगे।
मुख्यमंत्री के रूप में 12 साल पूरे होने पर चौहान ने खास मुलाकात में बताया, 'हमने कभी नहीं कहा कि हम शराबबंदी करेंगे। हमने यह जरूर कहा कि शराब एक बुराई है और समाज को जागरूक करेंगे कि नशा छोडें। नशामुक्त गांव बनें।' उन्होंने कहा कि अब भी हम प्रयास कर रहे हैं और हमने यह तय किया है कि हम शराब की दुकानों को घटाएंगे।
चौहान ने बताया, 'हमने पिछले साल भी शराब की दुकान घटाए थे और इस साल भी घटाएंगे।' उन्होंने कहा, 'शराब एकदम बंद करना मेरी दृष्टि से समाधान नहीं है, जब तक कि यह कुप्रवृत्ति रूकती नहीं है।'
चौहान ने बताया कि शराबबंदी करेंगे तो इसको पीने के लिए फिर कई ऐसे अवैध तरीके खड़े हो जाते हैं। इसलिए लोगों में शराब पीने की आदत हम जागरूकता पैदा कर कम करेंगे और हम शराब मुक्ति की दिशा में बढ़ेंगे।
कई शहरी इलाकों में कॉलोनियों के बीच चल रही शराब की दुकान से लोगों को हो रही परेशानी पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'मैंने निर्देश दिए हैं कि ऐसी जगह जहां माताओं, बहनों, बेटियों एवं लड़कियों के कॉलेजों को दिक्कत होती है, उनको चिन्हित करके ऐसी जगह से इन दुकानों को हटाएं।' (भाषा)