बयान में शुक्ला ने चौंकाने वाला दावा किया : भाजपा विधायक ठाकुर ने यह बात शुक्ला के एक हालिया बयान पर प्रतिक्रिया जताते हुए कही। इस बयान में शुक्ला ने चौंकाने वाला दावा किया है कि उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर महू से पिछला विधानसभा चुनाव ठाकुर और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक स्थानीय नेता की सहमति से बनी रणनीति के तहत लड़ा था ताकि त्रिकोणीय संघर्ष की गवाह रही इस सीट पर भाजपा की जीत पक्की की जा सके।
भाजपा छोड़कर जाने से पहले शुक्ला मुझसे मिलकर रोए थे : ठाकुर ने कहा, मेरे बारे में शुक्ला का दावा एकदम बेबुनियाद और निरर्थक है। उनके कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में महू से चुनाव लड़ने से मेरा या भाजपा का कोई लेना-देना नहीं था। उन्होंने दावा किया कि भाजपा छोड़कर जाने से पहले शुक्ला उनसे मिलकर रोए थे कि पार्टी में 20 साल से काम करने के बावजूद उन्हें कोई अहम जिम्मेदारी नहीं दी जा रही है, इसलिए उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर महू से चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
उषा ठाकुर ने महू से लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की थी : पिछले साल नवंबर के दौरान हुए विधानसभा चुनाव में राज्य की तत्कालीन संस्कृति मंत्री और भाजपा उम्मीदवार उषा ठाकुर ने महू से लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की थी। कांग्रेस का टिकट न मिलने पर बगावत करके निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने वाले अंतर सिंह दरबार को ठाकुर ने 34,392 मतों के अंतर से मात दी थी, जबकि शुक्ला कुल 29,144 वोट हासिल करके तीसरे स्थान पर रहे थे।
शुक्ला नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव से महज दो महीने पहले भाजपा से कांग्रेस में शामिल हो गए थे। उन्हें तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की मौजूदगी में गत 23 सितंबर को इंदौर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान पार्टी में विधिवत शामिल किया गया था। आसन्न लोकसभा चुनाव से पहले के सियासी घटनाक्रम के तहत शुक्ला के साथ ही महू के एक अन्य दिग्गज नेता अंतर सिंह दरबार भी भाजपा का दामन थाम चुके हैं। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour