मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग में ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप कार्यक्रम संपन्न

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

शनिवार, 29 जून 2024 (17:36 IST)
Madhya Pradesh Human Rights Commission: मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग में प्रतिवर्ष संचालित होने वाले ग्रीष्मकालीन एवं शीतकालीन सत्रों में विधि संकाय के विद्यार्थियों के लिए एक माह का इंटर्नशिप कार्यक्रम कराया जाता है। इसी तारतम्य में ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप कार्यक्रम 3 से 28 जून 2024 तक देश के प्रतिष्ठित विधि विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में अध्ययनरत विधि संकाय के विद्यार्थियों को मानव अधिकार एवं आयोग की कार्यप्रणाली सहित विभिन्न विधि विषयों पर विभिन्न रिसोर्स पर्सन द्वारा प्रशिक्षण दिलाया गया।
 
इस अवधि में मुख्य रूप से राष्ट्रीय विधि संस्थान विश्वविद्यालय भोपाल, जागरण लेक सिटी विश्वविद्यालय भोपाल, करियर काकॉलेज ऑफ लॉ भोपाल, वनस्थली विद्यापीठ विश्वविद्यालय राजस्थान, ओपी जिंदल ग्लोबल विश्वविद्यालय सोनीपत हरियाणा, राजीव गांधी नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ पंजाब, अजिंक्य डीवाई पाटिल विश्वविद्यालय लोहेगांव पुणे, राष्ट्रीय विधि संस्थान विश्वविद्यालय नागपुर, धर्मशास्त्र राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय जबलपुर, मंगलायतन यूनिवर्सिटी जबलपुर, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर सहित अन्य विश्वविद्यालयों के विद्यार्थीगण ने भाग लिया।
 
आयोग के अध्यक्ष मनोहर ममतानी ने 3 जून 2023 को प्रशिक्षण का विधिवत शुभारंभ किया तथा अपने उद्बोधन में उपस्थित विद्यार्थियों को मार्गदर्शन देते हुए उन्हें पूर्ण लगन से प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए निर्देशित किया। आयोग के सदस्य राजीव कुमार टंडन ने मानव अधिकार संरक्षण अधिनियम, 1993 सहित आयोग में प्राप्त शिकायतों और उनके निराकरण की कार्यप्रणाली से अवगत कराया।
 
प्रशिक्षण के दौरान सरबजीत सिंह, पूर्व सदस्य मानव अधिकार आयोग द्वारा 'मानव अधिकारों’ और 'जेल अभिरक्षा एवं मानव अधिकारों’ के संदर्भ में व्याख्यान दिया गया। भरत कुमार व्यास, सचिव, विधि एवं विधायी कार्य विभाग, मप्र शासन, भोपाल द्वारा 'भारतीय न्याय संहिता एवं मानव अधिकारों’ के संदर्भ में प्रशिक्षण दिया गया। हर्ष कुमार बेहरावत, अपर सचिव, विधि एवं विधायी कार्य विभाग, मप्र शासन, भोपाल द्वारा 'भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता एवं मानव अधिकारों' के संदर्भ में जानकारी दी गई। विजय चंद्रा, रजिस्ट्रार, राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी, भोपाल द्वारा 'बदलती कानूनी दुनिया में मानवाधिकारों का महत्व’ के सदंर्भ में अपना व्याख्यान दिया गया।
 
कु. नीतिका जैन, रिसर्च फेलो, राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी, भोपाल द्वारा 'निष्पक्ष परीक्षण एवं निष्पक्ष जांच’ के संदर्भ में प्रशिक्षण दिया गया। दिनेश कुमार नायक, (सेवानिवृत्त न्यायाधीश) ने पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से 'मानव अधिकार एंव सामाजिक न्याय’ के संदर्भ में अपना प्रशिक्षण दिया गया। डॉ. हुमायू राशिद खान, प्रोफेसर, राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी, भोपाल द्वारा गिरफ्तारी कानून (अरनेश कुमार केस के संदर्भ में) प्रशिक्षण दिया गया। डॉ. अमित मल्होत्रा, प्रोफेसर राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी, भोपाल द्वारा 'बंदियों के अधिकार - एक चुनौती' के संदर्भ में जानकारी दी।
 
अनवेष मंगलम् सेनि स्पेशल डीजी द्वारा 'नए कानूनों के संदर्भ में मानव अधिकार’ के संदर्भ में व्याख्यान दिया गया। बीबी शर्मा, सेनि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, मानव अधिकार आयोग द्वारा माननीय सर्वोच्च न्यायालय के न्याय दृष्टांतों का विश्लेषण जो कि मानव अधिकारों के संरक्षण के संदर्भ में जानकारी दी। श्रीमती निकिता ममतानी, लॉयर, लेखिका, रचनात्मक उद्यमी ने 'बियॉन्ड द लॉ बुक' एवं पर्सनालिटी डेवलपमेंट के संदर्भ में पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रशिक्षण दिया। श्रीमती सुषमा सिंह, संचालक, लोक अभियोजन मप्र, भोपाल द्वारा 'अभियोजन के संदर्भ में मानव अधिकार’ के संदर्भ में प्रशिक्षण दिया गया। डॉ. मनीष यादव, एसोसियट प्रोफेसर, राष्ट्रीय न्यायिक संस्था विश्वविद्यालय, भोपाल द्वारा 'बौद्धिक संपदा अधिनियम एवं मानव अधिकार के संदर्भ में पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया। 
 
मनोज सिंह, अतुल सक्सेना, एके शर्मा (जिला न्यायाधीश) द्वारा 'नए कानूनों (वीएनएस/वीएनएसएस) की विस्तृत तुलनात्मक जानकारी दी। कु. अपूर्वा अग्रवाल, सहायक प्राध्यापक (लॉ), जागरण लेक सिटी विश्वविद्यालय भोपाल द्वारा 'विधिक शोध प्रणाली एवं रिपोर्ट राइटिंग’ पर व्याख्यान दिया गया। वैभव श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक, साइबर सेल भोपाल द्वारा 'साइबर अपराध एवं मानव अधिकार’ के संदर्भ में प्रशिक्षण दिया गया। गुरुचरण सिंह, सीडीटीआई, चंडीगढ़ द्वारा 'साइबर सिक्यूरिटी’ के संदर्भ में ऑनलाइन व्याख्यान दिया गया। विनीत कपूर, पीएसओ (डीजी) पुलिस मुख्यालय, भोपाल द्वारा 'अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकारों के संबंध में जानकारी दी। विभांशु जोशी, पूर्व सदस्य मप्र राज्य बाल संरक्षण आयोग द्वारा  'बच्चों के अधिकार-मानव अधिकार’ के संदर्भ में जानकारी दी।
साथ ही राजेश गुरु, उप पुलिस अधीक्षक, मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग (प्रशिक्षण सत्र समन्वयक) के तौर पर विद्यार्थियों को पुलिस थाना, गोविंदपुरा, भोपाल, केन्द्रीय जेल भोपाल, पुलिस आयुक्त भोपाल, भोपाल डायल-100, एफएसएल एवं साइबर सेल, भोपाल का अध्ययन भ्रमण कराया गया। आयोग के शोध अधिकारी संजय विश्वकर्मा द्वारा विद्यार्थियों को आयोग कार्यालय का भ्रमण कराते हुए उन्हें विभिन्न शाखाओं की कार्यप्रणाली से अवगत कराया गया तथा आयोग में प्राप्त शिकायतों पर होने वाली कार्यवाही का भी अध्ययन कराया गया।
 
सफलतापूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले कुल 39 विद्यार्थियों को आयोग की ओर से प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए। प्रशिक्षण के अंतिम दिवस आयोग के अध्यक्ष मनोहर ममतानी द्वारा विद्यार्थियों को उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु बधाई दी गई। विद्यार्थियों द्वारा उनके एक माह के इस प्रशिक्षण सत्र के दौरान दिए गए उन्मुखीकरण के लिए आयोग के अध्यक्ष, सदस्य, पुलिस महानिरीक्षक, रजिस्ट्रार लॉ, उप सचिव एवं पुलिस अधीक्षक, उप पुलिस अधीक्षक, शोध अधिकारी सहित सभी वरिष्ठ अधिकारियों एवं आयोग के कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया।
 
समापन सत्र का संचालन करते हुए उप पुलिस अधीक्षक राजेश गुरु द्वारा सत्र का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया गया। तत्पश्चात् प्रशिक्षणार्थी कु. अनुष्का सिंह ने पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से पूरे चार सप्ताह के प्रशिक्षण में प्राप्त जानकारी से अवगत कराया। एक अन्य प्रशिक्षणार्थी कु. सानिया सफिक अहमद द्वारा आयोग की इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम से विद्यार्थियों को प्राप्त नए कानूनों, मानव अधिकारों के संबंध में प्राप्त जानकारी को प्रस्तुत किया गया। प्रशिक्षणार्थी कु. वैदेही शर्मा द्वारा आभार-प्रदर्शन किया गया।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala

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