याचिका में कहा गया है कि इस बात की जांच होना चाहिए कि भोजशाला में सरस्वती देवी का मंदिर था या जैन समाज के देवी देवताओं का। जैन समाज के 2 प्रतिनिधियों को भी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण में शामिल करने की मांग भी याचिका में की गई है। अदालत में याचिका स्वीकार कर ली गई है। मामले पर 4 जुलाई को सुनवाई हो सकती है।