'महिला पत्रकारों के हक, हैसियत और हिफाजत' विषय पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती शोभा ओझा ने कहा कि हमारी लड़ाई पुरुषों से नहीं, बल्कि महिलाओं से ही है। महिलाएं एक प्रवस्ति की शिकार रहती हैं। खुद एक-दूसरे को आगे बढ़ने से रोकती हैं। मानसिकता ऐसी बना लेती हैं कि पुरुष की तरक्की देख लेंगी लेकिन अपनी महिला साथी की तरक्की नही देख पातीं। अगर कोई महिला बड़ी पोस्ट पर बैठ जाए तो शॉर्टकट अपनाने का लांछन लग जाता है। वूमंस प्रेस क्लब के माध्यम से समय-समय पर ऐसे मंथन होते रहने चाहिए, ताकि हम आगे बढ़ सकें। इस विचारधारा में बदलाव की आवश्यकता है।