Mumbai Pigeon Ban News: कबूतरों (pigeons) को दाना खिलाने पर लगे प्रतिबंध के समर्थन में बुधवार को मुंबई के दादर इलाके में एक कबूतरखाने पर एकत्र हुए मराठी एकीकरण समिति के प्रमुख समेत संगठन के कई सदस्यों को हिरासत में ले लिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मराठी समर्थक संगठन के कार्यकर्ताओं का एक समूह पूर्वाह्न करीब 11 बजे कबूतरखाना (कबूतरों को दाना डालने का स्थान) पर एकत्र हुआ, जहां किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे। पुलिस ने मराठी एकीकरण समिति के अध्यक्ष गोवर्धन देशमुख को भी हिरासत में ले लिया। दूसरी ओर प्रतिबंध के विरोध में जैन मुनि नीलेशचंद्र विजय ने हथियार उठाने की चेतावनी दी है।
बुधवार को मराठी एकीकरण समिति के प्रदर्शन में शामिल एक व्यक्ति ने कहा कि वे प्रतिबंध के समर्थन में शांतिपूर्ण प्रदर्शन के लिए कबूतरखाने में इकट्ठा हुए थे। उन्होंने दावा किया कि जैन समुदाय के कुछ सदस्यों ने अदालती आदेशों की अवहेलना की है। बंबई उच्च न्यायालय ने कबूतरों के मल से लोगों के स्वास्थ्य को होने वाले नुकसान पर विचार करते हुए कहा था कि विशेषज्ञों की एक समिति इस बात का अध्ययन कर सकती है कि शहर में पुराने कबूतरखाने जारी रहने चाहिए या नहीं। अदालत ने कहा था कि अगर कोई चीज व्यापक रूप से वरिष्ठ नागरिकों और बच्चों के स्वास्थ्य को प्रभावित करती है तो उस पर ध्यान दिया जाना चाहिए। इसमें संतुलन होना चाहिए।
जैन मुनि नीलेशचंद्र विजय ने सोमवार को चेतावनी दी थी : जैन मुनि नीलेशचंद्र विजय ने सोमवार को चेतावनी दी थी कि अगर कबूतरों को दाना डालने के स्थानों को बंद करने का फैसला लिया गया तो 13 अगस्त से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा था कि अगर अदालती आदेश जैन समुदाय की धार्मिक परंपराओं के विरुद्ध होंगे तो समुदाय उनका पालन नहीं करेगा। उन्होंने कहा था कि जरूरत पड़ने पर हम धर्म के लिए हथियार भी उठाएंगे।(भाषा)