उन्होंने अपनी पूर्व सहयोगी पार्टी पर निशाना साधते हुए दावा किया कि भाजपा भाषा के आधार पर लोगों के बीच विभाजन पैदा करने की कोशिश कर रही है। ठाकरे ने आरोप लगाया कि भाजपा का गुप्त एजेंडा हिन्दी को थोपने का है। पूर्व मुख्यमंत्री ने यह दावा भी किया कि सत्तारूढ़ पार्टी भाषायी आपातकाल लगा रही है।(भाषा)