बापू यानी महात्मा गांधी। शांति और अहिंसा के पुजारी मोहनदास करमचंद गांधी सिर्फ अपने देश में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के लिए हमेशा से प्रेरणा का सबब रहे हैं। एक संत के रूप में अपना पूरा जीवन देश की स्वतंत्रता के लिए समर्पित करने वाले बापू के बारे में विश्वभर के विद्वानों ने क्या-क्या कहा है आइए जानते हैं-
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-'महात्मा गांधी ऐसे विजयी योद्धा रहे जिसने बल प्रयोग का सदा उपहास उड़ाया। वह बुद्धिमान,नम्र,दृढ़संकल्पी और निश्चय के धनी व्यक्ति थे'।
-आइंसटाइन
-'मैं और अन्य क्रांतिकारी महात्मा गांधी के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष शिष्य हैं,न इससे कम न इससे अधिक'
- हो चि मिह्न
-'गांधीजी के प्रभाव? आप हिमालय के कुछ प्रभावों के बारे में पूछ सकते हैं"
- बर्नार्ड शॉ
-'महात्मा गांधी को इतिहास में महात्मा बुद्ध और ईसा मसीह का दर्जा प्राप्त होगा'
- माउंटबेटन
-'अन्य अधिकांश लोगों के समान मैंने भी गांधी को सुना है,परन्तु मैंने कभी गंभीरतापूर्वक उनका अध्ययन नहीं किया। जब मैंने उन्हें पढ़ा तो मैं अहिंसा के प्रतिरोध पर आधारित उनके अभियानों को देखकर चकित रह गया। उनकी सत्याग्रह की संपूर्ण संकल्पना मेरे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण थी'।
-डॉ.मार्टिन लूथर किंग,जूनियर
-'महात्मा गांधी विश्व के महान व्यक्ति थे। वह घोर तपस्या का जीवन व्यतीत करते थे। करोड़ों देशवासी उन्हें दैवीय प्रेरणा प्राप्त संत मानते थे। लक्ष्य साधन में उनकी सच्चाई और निष्ठा पर उंगली नहीं उठाई जा सकती'।
-क्लीमेंट एटली
- 'लेनिन और महात्मा गांधी विश्व में बीसवीं सदी के महानतम व्यक्ति हुए हैं। यह दोनों व्यक्ति एक-दूसरे के विपरीत होते हुए भी दुनियाभर में चर्चित रहे'।
-रेजिनाल्ड सोरेन्सन
-'हमारे लिए गांधी इने-गिने महात्माओं में से एक थे जो अपने विश्वास पर हिमालय की तरह अटल और दृढ़ रहते थे'।
-पर्ल बक
-'आधुनिक इतिहास में किसी भी एक व्यक्ति ने अपने चरित्र की वैयक्तिक शक्ति,ध्येय की पवित्रता और अंगीकृत उद्देश्य के प्रति निहस्वार्थ निष्ठा से लोगों के दिमागों पर इतना असर नहीं डाला,जितना महात्मा गांधी का असर दुनिया पर हुआ'।
-फिलिप नोएल बेकर
-'आने वाली पीढ़ियां इस बात पर शायद ही यकीन करेंगी कि हाड़-मांस का बना हुआ कोई ऐसा व्यक्ति किसी समय इस पृथ्वी पर आया था'