प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं में शाररिक बदलाव के साथ मानसिक बदलाव भी देखने को मिलते हैं। मानसिक बदलाव के कारण भी महिलाओं को कई स्वास्थ समस्या का सामना करना पड़ता है। हार्मोनल चेंज के कारण प्रेगनेंसी में महिलाओं को मूड स्विंग भी होते हैं और साथ ही स्ट्रेस की समस्या भी बढती है। एक स्टडी के अनुसार प्रेगनेंसी के दौरान ज्यादा स्ट्रेस लेने के कारण बच्चे पर भी नेगेटिव प्रभाव पड़ते हैं। स्ट्रेस के कारण आपके बच्चे की मेंटल हेल्थ या उसके व्यवहार पर प्रभाव पड़ सकता है। चलिए जानते हैं कि प्रेगनेंसी के समय स्ट्रेस के कारण क्या प्रभाव पड़ता है......
बच्चे पर होते हैं ये नकारात्मक प्रभाव
एक्सपर्ट्स के अनुसार प्रेगनेंसी में स्ट्रेस के कारण बच्चे की मेंटल हेल्थ पर नेगेटिव प्रभाव पड़ता है। साथ ही उसके व्यवहार में भी बदलाव आता है। ज्यादा स्ट्रेस के कारण बच्चे को पढ़ने-लिखने, निर्णय लेने जैसी कई समस्या होती हैं। साथ ही बच्चा दूसरे बच्चों के साथ ठीक से घुल-मिल नहीं पाता है। स्ट्रेस के कारण बच्चे को रिलेशनशिप बनाने में भी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। चलिए जानते हैं बच्चे का व्यवहार स्ट्रेस के कारण कैसे प्रभावित होता है..
जन्म के बाद बच्चा अधिक गुस्सैल बनता है।
बच्चे में मूड स्विंग और मूड डिसऑर्डर की समस्या अधिक होती है।
गुस्सैल के कारण बच्चा मार-पीट करने वाला भी बन सकता है।
छोटी-छोटी बात पर रोना या अधिक ज़िद करना भी बच्चे में हो सकता है।
प्रेगनेंसी के दौरान ऐसे करें स्ट्रेस को मैनेज
आप अपनी लाइफस्टाइल में भी इन आसान टिप्स की मदद से स्ट्रेस को मैनेज कर सकते हैं। इन कुछ आदतों के कारण आप स्ट्रेस को काफी हद तक कम कर सकती हैं...
योग करने से आप स्ट्रेस को काफी हद तक मैनेज कर सकती हैं। किसी के गाइडेंस से ही योग करें। साथ ही प्रेगनेंसी वाले ही योग करना आपके के लिए बेहतर है। अपनी बॉडी पर ज्यादा जोर न दें।
फैमिली सपोर्ट की मदद से भी आप स्ट्रेस को मैनेज कर सकते हैं। आप अपने परिवार के सदस्यों से स्ट्रेस के बारे में बात करें और उनसे गाइडेंस लें। फैमिली सपोर्ट के कारण भी आपको स्ट्रेस से राहत मिल सकती है।
अगर आप वर्किंग वुमन हैं तो आपको ज्यादा स्ट्रेस या थकान वाले काम नहीं करना चाहिए। साथ ही घर पर भी आप आराम करें या आसान काम को ही चुनें।
सिर पर मसाज या चम्पी करने से भी आपको काफी राहत मिलेगी। आप हलके गर्म तेल से अपने सिर की अच्छे से मसाज करें। ऐसा करने से आपका माइंड रिलैक्स होगा और स्ट्रेस की समस्या कम होगी।