छिंदवाड़ा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा जिले की सात सीटों पर इस बार के नतीजे चौंकाने वाले रहे, क्योंकि कांग्रेस ने बीस साल बाद यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का सूपड़ा साफ करने हुए सभी सीटों पर कब्जा कर लिया।
पिछले नौ बार से कमलनाथ यहां से सांसद निर्वाचित होते आ रहे है और इस बार विधानसभा चुनावों के पहले, जब वे अप्रैल माह में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त हुए थे, तभी से जिले की जनता को अहसास हो गया था कि इस बार विधानसभा चुनावों में कमलनाथ भाजपा के लिए एक चुनौती खड़ी कर सकते हैं।
कमलनाथ मूलतः संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करके नए और असरकारक फार्मूले से अपनी बात जनता तक पहुँचाने और उनसे जीवंत संपर्क करने वाले नेता माने जाते है। यहीं कारण है कि छिंदवाड़ा जिले में कमलनाथ की या उनके द्वारा कहलाए गए संदेश बड़ी जल्दी आत्मसात कर लिए जाते हैं। यही वजह है कि छिंदवाड़ा में भाजपा के प्रचार के लिए आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने भाषण में 28 मिनट कमलनाथ के बारे में बोले थे।
विधानसभा चुनाव के दौरान श्री मोदी ही नहीं बल्कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेद्र फडनवीस तथा केद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कमलनाथ को केंद्रित कर जो भाषण दिए, उससे कमलनाथ प्रदेश में पहुंचे बिना ही जन मानस के बीच चर्चा में आ गए।