इंदौर। सवर्ण समाज की एकजुटता से मध्यप्रदेश सरकार भी बुरी तरह डर गई है। यही कारण है कि शनिवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के इंदौर पहुंचने से उनके दौरे का विरोध कर रहे सवर्ण समाज के कई लोगों को हिरासत में ले लिया।
जानकारी के मुताबिक क्षत्रिय महासभा, सपाक्स और परशुराम सेना के सदस्यों ने संयुक्त रूप से अमित शाह के इंदौर दौरे का विरोध करते हुए शहर के एमआर 10 स्थित बापट चौराहे पर काले कपड़े पहनकर विरोध प्रदर्शन किया। वहां मौजूद लोगों ने मुख्यमंत्री, भाजपा और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
बताया जाता है कि ये सभी संगठन अमित शाह को काले झंडे दिखाने वाले थे। इससे पहले ही पुलिस ने इन्हें हिरासत में ले लिया। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्रसिंह गौतम, संभागीय अध्यक्ष समरेंद्रसिंह चौहान, प्रदेश महासचिव शैलेन्द्रसिंह रिंकू, इंदौर शहर अध्यक्ष दरबारसिंह बुन्देला, जिला अध्यक्ष मानसिंह राजावत, गजेन्द्रसिंह चंदेल, मेड़ीसिंह ठाकुर, विनोदसिंह दरबार, बंटीसिंह ठाकुर व अन्य पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया गया। इस अवसर पर सवर्ण समाज के सदस्य बड़ी संख्या में मौजूद थे। ब्राह्मण समाज के अनूप शुक्ला और संतीश शर्मा भी मौजूद थे।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि हीरानगर थाना क्षेत्र के पंडित दीनदयाल उपाध्याय चौक पर प्रदर्शन कर रहे 30 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसमें दस महिलाएं शामिल हैं। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि केंद्र सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय द्वारा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति अधिनियम (एससीएसटी एक्ट) में किए गए संवैधानिक बदलाव लोकसभा में पलटकर अन्याय किया हैं। केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए प्रदर्शन कर रहे लोगो ने कहा की हमारी दूसरी मांग आर्थिक आधार पर आरक्षण दिए जाने की है।
स्थानीय पुलिस को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के आज इंदौर आगमन के दौरान शहर में जगह-जगह कांग्रेस सहित अन्य दलों और संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन किए जाने की सूचनाएं मिल रही थीं, जिसके चलते शहर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।