अभय जी के संपादकीय नेतृत्व में समाचार पत्र ने पर्यावरण, कृषि, जल, सहकारिता, नवीन ऊर्जा, पंचायत राज, खेल और आर्थिक पत्रकारिता पर संकाय विकास कार्यक्रम संचालित किए। अनेक पत्रकार साथी इन विषयों पर विशेषीकृत लेखन और रिपोर्टिंग करने लगे। देश भर तत्कालीन नईदुनिया के ये विषय चर्चा में आने लगे। फिर हिंदी समाचार पत्रों में भी विशेषीकृत पत्रकारिता का दौर चलने लगा। कार्यशाला आयोजन की गति तेज हो गई। इसका लाभ पाठकों को मिलने के साथ उन पत्रकार साथियों को भी मिला जो अपने सौंपे गए दायित्वों के अलावा भी कुछ करने के इच्छुक थे।